MYSTERIOUS : ये है 12 अनसुलझे रहस्य !
1974 में ट्रांसिल्वेनिया की मर्स नदी में एक 20,000 साल पुराने मैमथ की हड्डियों से एक एल्यूमीनियम कील मिली थी, जिसे वैज्ञानिकों

PUBLISHED BY -LISHA DHIGE
खुले आकाश और विशाल पृथ्वी के बीच मनुष्य प्रकृति का एक छोटा सा अंश है। इंसान कितना भी ज्ञान हासिल कर ले, विज्ञान को कितना भी जान ले, लेकिन प्रकृति हर बार कुछ ऐसा करती है कि हर बार विज्ञान भी उसके करिश्मे के आगे झुक जाता है।
1. करोड़ों साल पुराना धातु का हथौड़ा

हमने अपने इतिहास की किताबों से सीखा है कि इंसानों ने करीब 10,000 साल पहले धातुओं का इस्तेमाल शुरू किया था। लेकिन 1934 में इसकी तलाश में पुरातत्व विभाग को यह हथौड़ा मिला, यह केवल भ्रमित करता है। कारण यह है कि इस हथौड़े में प्रयुक्त लकड़ी कोयला बन गई है। और कोयला बनने में करोड़ों वर्ष लग जाते हैं।
2. मरुस्थल में बना शिलाओं का घेरा

सहारा रेगिस्तान के बीच में कुछ बड़े पत्थरों का एक बड़ा घेरा मिला। इसकी खोज पुरातत्वविदों ने 1973 में की थी। वैज्ञानिकों का मानना है कि पाषाण युग में इनका उपयोग खगोलविदों द्वारा ग्रहों और नक्षत्रों की खोज के लिए किया जाता था। लेकिन आज का मनुष्य इस कला से अनभिज्ञ है।
3. शेंग मरुस्थल में मिली पत्थर पर बनी सीढ़ी लकीरें

चीन में गांसु शेंग रेगिस्तान के बीच में कुछ कटक पाई गईं, जिन्हें चाइनीज मोज़ेक लाइन्स का नाम दिया गया। इसे मोगांव गुफा के आसपास बनाया गया था। हैरान करने वाली बात यह है कि पत्थरों के ऊबड़-खाबड़ होने के बाद भी ये लकीरें बेहद सटीक और सीधी हैं।
4. पाषाणकालीन पत्थर का खिलौना

पुरातत्व विभाग को 1889 में नम्पा, इडाहो में एक पत्थर की गुड़िया मिली थी, जो बहुत पुरानी थी। इसे देखकर वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि पाषाण युग की यह गुड़िया धरती पर इंसानों के अस्तित्व पर सवाल उठा रही है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह गुड़िया लाखों साल पुरानी थी
5. उल्का अवशेष में फंसा धातु का पेंच

1998 में उल्कापिंड के अवशेषों की जांच के दौरान वैज्ञानिकों को पत्थर का एक टुकड़ा मिला था। जिसमें लोहे का स्क्रू लगा हुआ था। वैज्ञानिकों के अनुसार यह पत्थर 30 करोड़ साल पुराना है लेकिन उस समय तक धरती और किसी अन्य प्रजाति ने जन्म नहीं लिया था।
6. पत्थर पर बना प्राचीन विमान का चित्र

पाषाणकाल में मनुष्य अक्सर पत्थरों पर चित्रकारी किया करता था। 5000 ईसा पूर्व की इस कला के नमूने में आपको एक विमान दिख रहा होगा। वैज्ञानिक आज भी स्तब्ध हैं कि क्या उस समय ऐसा कोई विज्ञान था? और अगर नहीं था तो मनुष्य ने उस काल में इसकी कल्पना कैसे की होगी…!
7. चलने वाला पत्थर

कैलिफोर्निया की डेथ वैली के फिसलने वाले पत्थर आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक अनसुलझी पहेली बने हुए हैं। इस रहस्य को उजागर करने के लिए 1972 में वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई थी, लेकिन वह टीम पूरी तरह असफल रही और आज भी यह एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है।
8. मेक्सिकन पिरामिड में ब्राजील के अभ्रक

मेक्सिको के प्राचीन शहर की दीवार अभ्रक से बनी है। लेकिन अभ्रक ब्राजील में पाया जाता है जो यहां से हजारों मील दूर है। इसका उपयोग ऊर्जा प्रदान करने के लिए किया जाता है। तो उस समय के कारीगरों ने इसे कैसे बिछाया और इसका इस्तेमाल क्यों किया गया, यह दोनों ही बातें वैज्ञानिकों को परेशान करती रही हैं।
9. भीमकाय मानव के जीवाश्म

1895 में, आयरलैंड में पुरातत्व विभाग की खुदाई के दौरान 12 फीट लंबा एक मानव जीवाश्म खोजा गया था। यह मानव आधुनिक मानव होमो सेपियन्स से बिल्कुल अलग था, जिसके पैरों में 6 अंगुलियां थीं और हाथ 4 फीट लंबे थे।
10. गुप्त अटलांटिस

पुरातत्व विभाग का मानना है कि उन्होंने अटलांटिस की खोज तो कर ली है, लेकिन आज भी इसके कई रहस्य दबे हुए हैं।
11. विशाल इंसानी जबड़ा

अमेरिका के नेवादा में 1911 में एक विशालकाय मानव जबड़ा मिला था, कहा जाता है कि नेवादा में लाल बालों वाले 12 फीट लंबे इंसान रहा करते थे। इसके अलावा 1931 में मानव कंकाल भी मिले थे, जिनकी लंबाई 12 फीट थी। आखिर वे इंसान थे या कोई और प्रजाति?
12. कंकाल में फंसी एल्युमीनियम की कील

1974 में ट्रांसिल्वेनिया की मर्स नदी में एक 20,000 साल पुराने मैमथ की हड्डियों से एक एल्यूमीनियम कील मिली थी, जिसे वैज्ञानिकों ने 300 से 400 साल पुराना होने का अनुमान लगाया था। लेकिन, हैरानी की बात ये थी कि हड्डियों के बीच में एल्युमिनियम आ गया तो आया कहां से?