तिब्बती चिकित्सा पद्धति से होगी ईलाज..
Published By- Komal Sen
वाराणसी के सारनाथ में सोवा रिग्पा अस्पताल तैयार किया जा रहा है, जिसमें 3,000 साल पुरानी तिब्बती पद्धति से बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इस अस्पताल में कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, हृदय रोग, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, किडनी रोग, एड्स जैसी खतरनाक और लाइलाज बीमारियों का इलाज होगा।
वाराणसी, उत्तर प्रदेश में तिब्बत की 3000 साल पुरानी पद्धति से कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, हृदय रोग, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, किडनी रोग, एड्स जैसी गंभीर और लाइलाज बीमारियों का इलाज होगा।
वाराणसी के सारनाथ में एक विशेष अस्पताल ‘सोवा रिग्पा’ तैयार किया जा रहा है। इस हाईटेक अस्पताल में मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इस साल दिसंबर के महीने में पहले चरण का काम भी पूरा हो जाएगा, जिसके बाद यहां मरीजों का इलाज शुरू होगा।
93 करोड़ की लागत से बन रहा सोवा रिग्पा अस्पताल हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा। हेलीपैड, कॉन्फ्रेंस रूम और ऑडिटोरियम के अलावा यह देश का पहला अस्पताल होगा जहां मरीजों के इलाज के साथ-साथ अध्यापन और शोध कार्य भी किया जाएगा. डबल बेसमेंट और 9 मंजिला वाली इस अत्याधुनिक इमारत का निर्माण 19 हजार वर्ग मीटर में किया जा रहा है।