एफएमसीजी कंपनियां इस साल उत्पादों की कीमतों में तीन फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। इससे ब्रेड, मक्खन, शहद, से लेकर मसालों तक के दाम बढ़ सकते हैं। पिछले साल कच्ची सामग्रियों के दाम घटने से इन कंपनियों ने कीमतों को घटा दिया था, लेकिन इस साल कच्ची सामग्रियों के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं। ऐसे में कंपनियां अब कीमतें बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनियों का कहना है कि उत्पादों की कीमतें बढ़ने से उनके मार्जिन पर सकारात्मक असर होगा। गोदरेज कंज्यूमर, डाबर और इमामी जैसी कंपनियों ने कहा, दाम बढ़ाने से मूल्य आधारित वृद्धि वापस आ जाएगी। डाबर ने कहा कि उसने खाद्य उत्पादों की कीमतों में 2.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। इमामी इस साल लगभग तीन फीसदी तक दाम बढ़ा सकती है। गोदरेज कंज्यूमर के एक अधिकारी ने कहा कि कमोडिटी की कीमतें अब थोड़ी ज्यादा हैं।