रविवार को सूर्यदेव से जुड़े करें ये उपाय,चमक जाएगी किस्मत
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
हिंदू धर्म में, सभी वार किसी न किसी देवता को समर्पित होते हैं। रविवार को भगवान सूर्यदेव का दिन माना जाता है। रविवार के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को ऊर्जा, आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और आत्मा का कारक ग्रह माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में सूर्य शुभ भाव में होता है, ऐसे लोग बड़े यश, आराम और विलासिता का जीवन जीते हैं।
आइए जानते हैं कि रविवार के दिन हम सूर्यदेव की पूजा कैसे कर सकते हैं…
सूर्यदेव को दें अर्घ्य
प्रात:काल स्नान करके उगते सूर्य को जल देने के लिए तांबे के पात्र में जल, लाल चंदन, चावल, लाल फूल और कुश डालकर प्रसन्न मन से सूर्य की ओर मुख करके कलश को छाती के बीच में लाएं। सूर्य मंत्र का जाप करते समय। धारा को धीरे-धीरे बहने दें और अर्घ्य देकर भगवान सूर्य को लाल फूल चढ़ाएं। प्रातः काल सूर्य देव को प्रणाम करने से आयु, स्वास्थ्य, धन, अन्न, खेत, पुत्र, मित्र, तेज, वीर्य, यश, तेज, ज्ञान, वैभव और सौभाग्य आदि की प्राप्ति होती है। रविवार के दिन यह शुभ होता है। लाल कनेर के फूल और चंदन से सूर्य देव की पूजा करें। इससे आपकी सारी परेशानी दूर हो जाएगी।
आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करे
आदित्य हृदय स्तोत्र एक बहुत ही शुभ विजय स्तोत्र है, जो सभी प्रकार के पापों, कष्टों और शत्रुओं से मुक्ति देता है, सभी के लिए लाभकारी है, आयु, ऊर्जा और प्रतिष्ठा को बढ़ाता है। रविवार के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ जीवन के अनेक कष्टों का एकमात्र उपाय है। इसके नियमित पाठ से असफलताओं पर विजय प्राप्त की जा सकती है।
जाने रविवार को दान का महत्व
हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व है। सूर्य से संबंधित चीजें जैसे तांबे के बर्तन, पीले या लाल कपड़े, गेहूं, गुड़ और लाल चंदन आदि का दान करें। इस उपाय को करने से कुंडली में सूर्य के दोष दूर होते हैं और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।