Temples In Foreign : इन देशों के मंदिरों के जरूर करें दर्शन
Temples In Foreign: नए साल पर विदेश घूमने का है प्लान, तो इन देशों में मौजूद मंदिरों के जरूर करें दर्शन
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
Temples In Foreign : मान्यताओं का देश भारत दुनियाभर में अपनी संस्कृतियों और परंपराओं के लिए काफी मशहूर है। अपनी विविधता में भी एकता की झलक दिखलाता यह देश पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। भारत में आस्था का अपना एक अलग ही महत्व है। यही वजह है कि यहां अलग-अलग धर्मों के अपने धर्म स्थल मौजूद हैं।Temples In Foreign भारत में बीते कई साल से देवी-देवताओं के पूजन का चलन जारी है। यहां भगवान के कई सारे मंदिर मौजूद हैं, जो अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी हिंदू धर्म के कई प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं। अगर आप नए साल भारत से बाहर इन देशों में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इन मंदिरों के दर्शन करने जरूर जाएं।
मुन्नेस्वरम मंदिर, श्रीलंका
अगर आप भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका जाने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां मौजूद भगवान शिव और मां काली के मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। श्रीलंका के मुन्नेस्वर गांव में स्थित इस भव्य और विशाल मंदिर के परिसर में कुल पांच मंदिर हैं। ऐसा माना जाता है कि रावण का वध करने के बाद भगवान राम ने इसी जगह अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा की थी। मंदिर की इसी विशेषता के कारण यहां भारी संख्या में लोग दर्शन करने पहुंचते हैं।
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अंकोरवाट मंदिर, कंबोडिया – Temples In Foreign
दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक अंकोरवाट मंदिर कंबोडिया में मौजूद है। मान्यता है कि भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर को कम्बुज के राजा सूर्यवर्मा द्वितीय ने 12वीं सदी में बनवाया था। Temples In Foreign इस विशाल मंदिर के चारों तरफ गहरी खाई मौजूद है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल लाखों लोग कंबोडिया जाते हैं।
पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल
नेपाल के काठमांडू में बागमती नदी के तट पर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर दुनिया के प्राचीन हिंदू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान शिव की पशुपति रूप मे आराधना की जाती है। Temples In Foreign इस मंदिर को भी यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल में स्थान प्राप्त है।
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मुरूगन टेंपल, ऑस्ट्रेलिया
अगर आप ऑस्ट्रेलिया घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां की राजधानी सिडनी स्थित मुरूगन टेंपल के दर्शन कर सकते हैं। Temples In Foreign भगवान मुरूगन को समर्पित इस मंदिर का निर्माण न्यू साउथ वेल्स के पहाड़ों पर किया गया है। ऑस्ट्रेलिया और खास तौर पर सिडनी में रहने वाले हिंदूओं में इस मंदिर के प्रति आस्था विशेष आस्था है।
सागर शिव मंदिर, मॉरीशस
मॉरीशस स्थित सागर शिव मंदिर यहां रह रहे हिंदूओं के लिए एक पवित्र स्थल है। Temples In Foreign साल 2007 में बने इस मंदिर में भगवान शिव की 108 फीट ऊंची कांसे की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर की इसी खासियत की वजह से हर साल यहां कई पर्यटन भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं।
कटास राज मंदिर, पाकिस्तान
कटास राज मंदिर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में स्थित है। यह भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 6वीं से 9वीं शताब्दी के बीच हुआ था। यह मंदिर महाभारत काल का बताया जाता है। इससे जुड़ी पांडवों की कई कथाएं प्रसिद्ध हैं।
अक्षरधाम मंदिर, अमेरिका
यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका (USA) के न्यूजर्सी में स्थित अक्षरधाम मंदिर की चर्चा दुनियाभर में है। यह अक्षरधाम मंदिर परिसर करीब 160 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसके निर्माण में प्रयुक्त पत्थरों को यूरोप से मंगवाया गया था। वे तब राजस्थान में हाथ से उकेरे गए थे। यह मंदिर चार मंजिला है जिसमें भारतीय विरासत, इतिहास और संस्कृति की प्रदर्शनी लगाई गई है।
बातू गुफा मंदिर, मलेशिया
विदेशी मंदिरों में मलेशिया के कुआलालंपुर के पास स्थित यह मंदिर भगवान मुरुगन यानी कार्तिकेय को समर्पित है। यह मंदिर चूना पत्थर के पहाड़ों के बीच स्थित है। इस गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 272 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर का मुख्य आकर्षण इसके प्रवेश द्वार पर भगवान मुरुगन की 140 फीट ऊंची बड़ी मूर्ति है। विशेष रूप से दक्षिण भारत से कई श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं।
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