SIP में निवेश करने से पहले जान ले ये जरुरी बातें..
SIP में निवेश के बारे में ये हैं 5 सबसे बड़े मिथक! जान लें कि आप लाभ में होंगे
Published By- Komal Sen
अगर आपने भी म्यूच्यूअल फण्ड, एसआईपी, निवेश को लेकर किस तरह के मिथक रखे हैं तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए। यहां आपके सारे झूठ दूर हो जाएंगे। आज हम आपको सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के बारे में ऐसे मिथ बताने जा रहे हैं जो आपको निवेश करने में भ्रमित करते हैं।
मिथक नंबर 1- एसआईपी छोटे निवेशकों के लिए है ?
सच्चाई- अगर आप भी सोचते हैं कि SIP सिर्फ छोटे निवेशकों के लिए है तो ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है। SIP की शुरुआत छोटी रकम से की जा सकती है लेकिन आप रकम को बढ़ा भी सकते हैं। आप म्यूचुअल फंड में 1 लाख रुपये या उससे अधिक के सिप के जरिए भी निवेश कर सकते हैं.
मिथक नंबर 2: यह एक ‘निवेश Product’ है ?
सच्चाई- SIP का मतलब है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी यह निवेश का एक तरीका है जिसके जरिए आप नियमित अंतराल पर म्यूचुअल फंड में निवेश करके अच्छा मुनाफा कमाते हैं। हम कर। ध्यान रहे कि आप SIP के जरिए निवेश करें और SIP में निवेश न करें।
मिथक नंबर 3- बाजार में आई तेजी में एसआईपी न करें ?
सच्चाई: लोगों के बीच एक मिथक है कि बाजार में गिरावट आने पर एसआईपी करना चाहिए। लेकिन ये बिल्कुल गलत है। जब आप लंबी अवधि के लिए SIP करते हैं, तो उस पर अस्थिरता का असर नहीं होता है।
मिथक नंबर 4: SIP राशि को बदला नहीं जा सकता ?
सच: अगर आपको भी लगता है कि आप SIP के जरिए किए गए निवेश की रकम को बदल नहीं सकते तो इस भ्रम से बाहर आएं. SIP एक लचीला निवेश है, जिसमें आप जब चाहें निवेश राशि को बढ़ा या घटा सकते हैं। इसमें निवेश की समय सीमा को बढ़ाया या घटाया भी जा सकता है।
मिथक नंबर 5- बाजार में गिरावट आने पर SIP बंद कर दें?
सच्चाई- कुछ लोगोंका ऐसा मानना है कि जब शेयर बाजार में गिरावट का रुख हो तो एसआईपी बंद कर देना चाहिए, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। जब आप गिरते बाजार में निवेश करना बंद कर देते हैं तो एसआईपी के जरिए निवेश करने का उद्देश्य विफल हो जाता है। इस समय आप अच्छे म्युचुअल फंड चुनें और नियमित एसआईपी जारी रखें।