कौन से फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल ?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से कौन से कारक तय करेंगे बाजार की चाल, समझिए बाजार का रुख
Published By - Komal Sen
बाजार के जानकारों के मुताबिक इस हफ्ते बाजार में संस्थागत निवेशक अहम भूमिका निभाएंगे, क्योंकि विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर चुके हैं. साथ ही, किसी भी प्रमुख घरेलू डेटा और घटनाओं के अभाव में, प्रतिभागियों की नजर USA फेडरल रिजर्व की बैठक पर होगी।
शेयर बाजार की चाल इस हफ्ते ब्याज दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय दी। इसके अलावा शेयर बाजार में विदेशी पूंजी की आमद और कच्चे तेल के रुख से प्रमुख शेयर सूचकांक भी प्रभावित होंगे।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों के बाद वैश्विक बाजार घबराए हुए दिख रहे हैं। इस वजह से डॉलर इंडेक्स 110 के करीब पहुंच गया है। व्यापारियों की नजर अब यूएस फेडरल फ्री मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की आगामी बैठक के नतीजे पर है। मीणा ने कहा कि बैंक ऑफ इंग्लैंड भी ब्याज दर पर फैसले की घोषणा करेगा।
विदेशी निवेशकों की भूमिका अहम
उन्होंने आगे कहा कि संस्थागत निवेशक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, क्योंकि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार में विक्रेता बन गए हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च वाइस प्रेसिडेंट अजीत मिश्रा ने कहा, “किसी भी प्रमुख घरेलू डेटा और घटनाओं के अभाव में, प्रतिभागियों की नजर यूएस फेडरल रिजर्व की बैठक पर होगी। इसके अलावा वह विदेश आने वालों पर भी नजर रखेंगे।
अब डाउनट्रेंड
पिछले हफ्ते सेंसेक्स 952.35 अंक यानी 1.59 फीसदी टूटा, जबकि निफ्टी 302.50 अंक यानी 1.69 फीसदी टूटा। शुक्रवार को सेंसेक्स 1,093.22 अंक यानी 1.82 फीसदी की गिरावट के साथ 58,840.79 पर बंद हुआ था. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक आंकड़ों के बावजूद घरेलू बाजार में बॉन्ड यील्ड के बढ़ते रुख और डॉलर इंडेक्स के कारण इक्विटी बाजारों में गिरावट आई.
पिछले हफ्ते 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह के मार्केट कैप में 2,00,280.75 करोड़ रुपये की गिरावट आई थी। सबसे बड़ा नुकसान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इंफोसिस को हुआ। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 952.35 अंक यानी 1.59 फीसदी टूटा था. इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस और एचडीएफसी के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, अदाणी ट्रांसमिशन और बजाज फाइनेंस को बढ़त मिली।