PUBLISHED BY : Vanshika Pandey
रक्षाबंधन का पर्व सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इसे बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई बांधती है और भगवान से उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है। इस बार रक्षाबंधन का पर्व 11 अगस्त को मनाया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल भी रहेगा। इसलिए भूलकर भी इस दौरान राखी नहीं बांधनी चाहिए। आइए जानते हैं रक्षा बंधन पर भद्र काल कब होगा और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब है।
रक्षाबंधन भद्र काल
इस बार रक्षाबंधन का पर्व 11 अगस्त को मनाया जाएगा। 11 अगस्त को शाम 05.17 बजे से रात 08.51 बजे तक रहेगा। हिंदू धर्म में भद्रा काल को अशुभ समय कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि लंकापति रावण की बहन ने भद्रकाल में ही अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी थी, जिससे एक वर्ष के भीतर ही रावण का नाश हो गया था। इसलिए इस समय राखी बांधने से बचें।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए दो शुभ मुहूर्त तैयार किए जा रहे हैं। इस शुभ मुहूर्त में बहन अपने भाई की कलाई पर कभी भी राखी बांध सकती है। रक्षा बंधन के दिन यानी 11 अगस्त को सुबह 11.37 बजे से शुरू होगा, जो दोपहर 12.29 बजे अभिजीत मुहूर्त होगा. इस शुभ मुहूर्त में राखी बांधी जा सकती है। वहीं दूसरा शुभ मुहूर्त विजय मुहूर्त दोपहर 02:14 से शुरू होगा, जो 03:07 मिनट तक चलेगा. इस शुभ मुहूर्त में कभी भी राखी बांधी जा सकती है।