प्रसार भारती एक्ट एक 1990 का भारतीय कानून है जिसे संसद द्वारा पारित किया गया था। यह अधिनियम राष्ट्रीय रेडियो और टीवी कंपनी प्रसार भारती को स्थापित करता है जो भारत में उपलब्ध सभी सार्वजनिक संचार सेवाओं का प्रबंधन करता है। प्रसार भारती एक स्वायत्त निकाय होता है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक संचार सेवाओं को प्रबंधित करना है।
प्रसार भारती एक्ट का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय रेडियो और टीवी सेवाओं का प्रबंधन और विकास करना है। इस एक्ट के तहत, प्रसार भारती को अधिकृत रूप से संचार मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में स्थापित किया गया है।
Role of Prasar Bharti Act
इस एक्ट के तहत, प्रसार भारती को निम्नलिखित कार्यों का अधिकार होता है:
- राष्ट्रीय रेडियो और टीवी सेवाएं प्रदान करना
- अपनी सेवाएं भारत के अंतर्राष्ट्रीय आवासीय केन्द्रों के माध्यम से प्रसारित करना
- राज्यों में स्थानीय रेडियो और टीवी स्थापित करने के लिए धनराशि प्रदान करना
- स्वामित्व और प्रबंधन में आने वाली अन्य सार्वजनिक संचार सेवाओं के लिए निर्देशन देना
- उत्पादन और वितरण के लिए विभिन्न संस्थाओं के साथ सहयोग करना
- संचार मंत्रालय द्वारा निर्धारित किए गए नीतियों और दिशानिर्देशों का पालन करना
Advantages of Prasar Bharti act
प्रसार भारती एक्ट के कई फायदे हैं जो निम्नलिखित हैं:
- स्वतंत्रता: प्रसार भारती एक स्वतंत्र निकाय है जो भारत सरकार से स्वतंत्र है। इसलिए, इसे राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता के साथ संचार सेवाओं का प्रबंधन करने की अनुमति है।
- नेतृत्व: प्रसार भारती एक्ट द्वारा, एक निदेशक मंडल नियुक्त किया जाता है जो राष्ट्रीय स्तर पर संचार सेवाओं को नेतृत्व करता है।
- भारी संचार नेटवर्क: प्रसार भारती ने भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में रेडियो और टीवी सेवाओं का विस्तार किया है। इससे, सभी लोग राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध संचार सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- वाणिज्यिकता: प्रसार भारती एक स्वायत्त निकाय होता है जो अपनी वाणिज्यिक गतिविधियों से आय कमाता है। इसलिए, इसे स्वयं वित्तपोषित बनाने के लिए आवश्यक नहीं होता है।
- निजीकरण के विरोध में: प्रसार भारती एक्ट के तहत, संचार सेवाओं का निजीकरण रोका जाता है।
Disadvantages of Prasar Bharti act
- बजट कटौती: प्रसार भारती को अपने संचार सेवाओं के लिए अधिक बजट की आवश्यकता होती है। हालांकि, सरकार द्वारा आवंटित बजट अक्सर पर्याप्त नहीं होता है, जिससे सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
- नकारात्मक संचार: प्रसार भारती को कई बार नकारात्मक संचार करने के लिए आरोप लगाए जाते हैं। यह राजनैतिक दलों या समाज के कुछ वर्गों द्वारा जानकारों को प्रभावित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- भाषा के मुद्दे: प्रसार भारती को भारत की अनेक भाषाओं में संचार सेवाओं प्रदान करने की जिम्मेदारी होती है। हालांकि, इसमें अक्सर भाषाई मुद्दों की वजह से विवाद होता है।
- तंबाकू विज्ञापन: प्रसार भारती को तंबाकू के उत्पादों के विज्ञापन को अपने संचार सेवाओं से निषेध करने की जिम्मेदारी होती है। हालांकि, यह कभी-कभी उत्पादकों के दबाव के चलते असफल होता है।
प्रसार भारती का मुख्य उद्देश्य भारत के जनता तक सटीक और विस्तृत समाचार, विविध संस्कृति और शिक्षा को पहुंचाना है। इसके अलावा, इसका एक और मुख्य उद्देश्य जनता को आपसी तालमेल के लिए एक माध्यम प्रदान करना है। प्रसार भारती को लोकतंत्र के संचार मंच के रूप में कार्य करना होता है, जिसका मकसद देश के लोगों को स्वतंत्र और निष्पक्ष समाचार, विविध संस्कृति और शिक्षा के लिए समर्पित संस्थानों के माध्यम से जोड़ना है।