ईडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महादेव एप घोटाले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लगे 508 करोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है।
छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल?
अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर आरोप लगा रहे थे और ध्यान भटकाकाने तथा पकड़े जाने के बाद के बहाने तैयार कर रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले से ही लगातार महादेव सट्टा एप के तार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जुड़ रहे थे और अब तो स्पष्ट हो गया कि इन सब में भूपेश की सीधी सलिप्तता है।
भाजपा की सरकार में हमने जिस छत्तीसगढ़ की पहचान विकास की बनाई उसे 5 साल में ही अपने भ्रष्टाचार और अवैध वसूली से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जुए सट्टे, ED और CD की पहचान में बदल दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शायद हिंदुस्तान के पहले ऐसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं जो कांग्रेसी नेताओं और बड़े अधिकारियों के बच्चों का चयन बड़े पदों पर करवाते हैं और प्रदेश के युवाओं को जुए और सट्टे के दलदल में धकेलकर उनका भविष्य बर्बाद करते हैं उन्हें न छत्तीसगढ़ माफ़ कर सकता है और न ही न्यायालय, यह छत्तीसगढ़ महतारी की कृपा है कि हमारे छत्तीसगढ़ के सामने विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के काले कारनामें सामने आ रहे हैं जिससे प्रदेश की जनता कांग्रेस से सतर्क हो जायेगी और प्रदेश के भविष्य के लिए उचित निर्णय लेगी।