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Mahashivratri 2023: जाने क्यों महत्वपूर्ण है महा शिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा…

Mahashivratri 2023: जानिए महाशिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा का महत्व, कैसे करें शिव पूजा

( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )

Mahashivratri 2023 : महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से शिव भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। महाशिवरात्रि पर शिव भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और शिव मंदिरों में शिवलिंग पर भगवान शिव की प्रिय वस्तुएं जैसे भांग, धतूरा, बेलपत्र, शमीपत्र, गंगाजल और दही चढ़ाते हैं।

इस साल महाशिवरात्रि का महापर्व 18 फरवरी को है। इस बार महाशिवरात्रि के पारण व्रत का शुभ मुहूर्त 19 फरवरी को सुबह 6:57 बजे से दोपहर 3:25 बजे तक रहेगा।

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महाशिवरात्रि की पूजा चार प्रहर में करने का महत्व

पौराणिक मान्यता है कि इस महापर्व पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और भोलेनाथ ने गृहस्थ जीवन अपना लिया था और वैराग्य का जीवन त्याग दिया था। इसके अलावा एक अन्य धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव एक दिव्य ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए थे।

Mahashivratri 2023
Mahashivratri 2023

भगवान शिव की चार चरणों में पूजा करने की मान्यता है। मान्यता है कि चार प्रहर की पूजा करने से जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। चार पहर की पूजा शाम यानी प्रदोष वेला से शुरू होकर अगले दिन के ब्रह्ममुहूर्त तक होती है।

प्रथम प्रहर में शिव के ईशान स्वरूप की दूध से, दूसरे प्रहर में अघोर रूप की दही से, तीसरे प्रहर में वामदेव रूप की घी से और चौथे प्रहर में सद्योजात रूप की शहद से पूजा करें।

महाशिवरात्रि की रात महासिद्धदायिनी है, इसलिए इस महारात्रि की पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। यदि कोई शिव भक्त चार बार अभिषेक न कर सके और प्रथम प्रहर में केवल एक बार ही पूजा करे तो वह भी संकट से मुक्त हो जाता है।

कैसे करें शिव पूजा

Mahashivratri 2023
Mahashivratri 2023

महाशिवरात्रि का व्रत श्रद्धा से करने, शिव पूजन, शिवकथा, शिवचालीसा, शिव साधना का पाठ करने तथा ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करने से महाशिवरात्रि का व्रत करने से अश्वमेध के समान फल प्राप्त होता है। लेकिन जलाभिषेक करके ब्राह्मणों को दक्षिणा आदि दें।

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