सीएम साय महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव में शामिल हुए, विभिन्न मंडलों को सम्मानित किया
रायपुर। महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव 2024 समिति द्वारा सकल जैन समाज एक साथ मिलकर 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म महोत्सव बड़े धूम धाम से धार्मिक वातावरण में श्रद्धा के साथ मनाया गया। 21 अप्रैल की शाम 7 बजे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रभु महावीर सेवा सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया है। इस आयोजन में रात्रि 10 बजे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी शामिल हुए।
महोत्सव समिति के अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोलछा ने बताया की इस वर्ष महावीर जन्म कल्याणक का आयोजन मातृ शक्ति को समर्पित था ।15 दिवसीय महोत्सव में सकल जैन समाज की सभी महिला मंडलों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेकर सांस्कृतिक, सामाजिक सभी कार्य संपादित किए। अंतिम दिन के महोत्सव के समापन दिवस पर श्रीमद रामचंद्र आत्म तत्व रिसर्च सेंटर द्वारा रात्रि 9 बजे भगवान महावीर के जन्म के पूर्व जो 14 स्वप्न आए थे। उसी पर आधारित आज के परिपेक्ष में 14 स्वप्नों की प्रस्तुति का आयोजन किया गया था। रात्रि 11.26 को भगवान महावीर की भक्तिमय 2623 दीपो की आरती उपस्थित सभी धर्म प्रेमी बंधुओ द्वारा की गई।जिसमे सकल जैन समाज के धर्म प्रेमी बंधु उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल,उत्तर विधान सभा के विधायक पुरंदर मिश्रा भी विशेष रूप से उपस्थित थी। महोत्सव समिति के महासचिव वीरेंद्र डागा ने मंच संचालक कर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का स्वागत एवं अभिनंदन महोत्सव समिति की कार्यकारणी द्वारा करवाया।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने उद्बोधन में बताया की मैं जैन समाज का आभार व्यक्त करना चाहूंगा जिन्होंने सत्य,अहिंसा,एवं करुणा के परिचायक भगवान महावीर के जन्म कल्याणक में मुझे आमंत्रित किया। मैं पहली बार इस भारत में प्रसिद्ध जैन दादा बाड़ी में आया हूं। महावीर स्वामी सत्य अहिंसा का उपदेश दिए है वो जैन धर्म के अलावा सभी जनमानस के लिए है उन उपदेशों को सभी को अंगीकार करना चाहिए। छत्तीसगढ़ सौभाग्यशाली है।जहा डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में विश्वप्रसिद्ध आचार्य विद्यासागर महाराज ने समाधि ली है। जिनकी समाधि का दर्शन अभी कुछ दिन पूर्व में मैने किया है।छत्तीसगढ़ की धरा काफी धन्य हो गई जहा इतने महान संत ने समाधि ली और एक बड़ा तीर्थ का निर्माण वहा हो रहा है जैन समाज सेवा कार्य में हमेशा आगे रहता है मैं सभी मंडलों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हु।
अंत में मुख्यमंत्री ने जैन समाज के विभिन्न मंडलों का सम्मान किया जो पिछले कई वर्षो से विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देकर जन सेवा के कार्य कर रहे है। महोत्सव समिति के कोषाध्यक्ष अमित मूणत एवं कार्यकारी अध्यक्ष अमर बरलोटा,सदस्य महावीर कोचर द्वारा 15 दिवसीय कार्यक्रम को संपादित करने में विशेष योगदान देकर सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलाने हेतु कड़ी मेहनत की और इस वर्ष के आयोजनों को सफल बनाया। महोत्सव के अंतिम दिन सकल जैन समाज के समस्त घटकों के ट्रस्ट एवं कार्यकारिणी के अध्यक्ष मंच पर विदेश रूप से उपस्थित थे। जिसमे ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट सदर बाजार, के अध्यक्ष विजय कांकरिया,दिगम्बर जैन मंदिर पंचायत ट्रस्ट मालवीय रोड, रायपुर के अध्यक्ष संजय जैन नायक, साधुमार्गी जैन संघ सुराना भवन, छोटा पारा, रायपुर के अध्यक्ष उदयराज पारख, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा तेरापंथ अमोलक भवन, सदर, रायपुर के अध्यक्ष गौतम गोलछा, सुधर्मजैन स्थानकवासी जैन संघ सुधर्म महावीर भवन, नयापारा, रायपुर के अध्यक्ष प्रेमचंद गोलछा,जैन श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रमण संघीय श्रावक संघ के अध्यक्ष ललित पटवा, दिगम्बर जैन खण्डेलवाल पंचायत ट्रस्ट सन्मति नगर, फाफाडीह, रायपुर अरविंद बड़जात्या, कच्छी वीसा ओसवाल जैन संघ के अध्यक्ष विजय संघोई, सौराष्ट्र दशाश्रीमाली वणीक मंडल के अध्यक्ष निलेश शाह, सौराष्ट्र वीसाश्रीमाली जैन मित्र मंडल रायपुर के अध्यक्ष अल्पेश दोषी, वर्धमान स्थानकवासी जैन गुजराती संघ के अध्यक्ष दीपक भाई दोषी, साधुमार्ग शांत क्रांति जैन श्रावक संघ देवेन्द्र नगर के अध्यक्ष संतोष गोलछा,छ.ग. कच्छीदशा ओसवाल ज्ञाती संघ कुन्थुनाथ जैन, श्वेताम्बर मंदिर के अध्यक्ष चंद्रेश शाह,समरथ जैन श्रावक संघ महावीर भवन के अध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा ,एवंत्रिलोक चंद बरडिया प्रकाश सुराना मनोज कोठरी विशेष रूप से उपस्थित थे।