नई दिल्ली । संसद के अंतरिम बजट सत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नए संसद भवन में दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा नए संसद भवन में यह मेरा पहला संबोधन है। यह भव्य भवन अमृत काल के प्रारंभ में बनाया गया है। इसमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत की खुशबू है…इसमें भी है। लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं के सम्मान का संकल्प। इसके अलावा, 21वीं सदी के नए भारत की नई परंपराओं के निर्माण का भी संकल्प है। मुझे विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक बातचीत होगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा पिछले 10 वर्षों में, भारत ने राष्ट्रीय हित के कई कार्यों को पूरा होते देखा है, जिसका देश के लोगों को दशकों से इंतजार था। राम मंदिर के निर्माण का सदियों से इंतजार था। आज वह पूरा हो गया है। हकीकत बनें…जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना अब इतिहास है।
बजट सत्र की शुरूआत में अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, अमृतकाल की शुरुआत में यह भवन बना है, यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की महक भी है..मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा। ऐसी नीतियां जो आज़ादी के अमृत काल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे हैं लेकिन अब हम बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं। नीति आयोग के अनुसार मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में लगभग 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं।
राष्ट्रपति ने कहा बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना। लगातार दो तिमाही से भारत की विकास दर 7.5% से ज्यादा रही है…भारत को अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला। भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन और पहली अमृत भारत ट्रेन मिली…भारत की एयरलाइन कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, आज दुनिया के कुल रियल टाइम डिजिटल लेनदेन का 46 प्रतिशत भारत में होता है। पिछले महीने UPI से रिकॉर्ड 1200 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। इसके तहत 18 लाख करोड़ रुपए का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ है।
राष्ट्रपति मुर्मू बोली आतंकवाद हो या विस्तारवाद, हमारी सेनाएं आज ‘जैसे को तैसा’ की नीति के साथ जवाब दे रही हैं। जम्मू कश्मीर में आज सुरक्षा का वातावरण है। आज वहां हड़ताल का सन्नाटा नहीं, भीड़भाड़ बाजार की चहल-पहल है। नॉर्थ-ईस्ट में अलगाववाद की घटनाओं में भारी कमी आई है।
संसद में अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया। ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।