विदेश में करना है ग्रेजुएशन तो बरतें सावधानी..
अगर आप 12वीं के बाद यूरोप और अमेरिका से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो हो जाएं सावधान
Published By- Komal Sen
विदेश से ग्रेजुएशन करने की योजना बनाते समय आपके लिए अभी यह तय करना जरूरी है कि वहां से ग्रेजुएशन करने के बाद आप आगे रहकर अपना करियर कहां बनाना चाहते हैं। अगर आप भारत वापस आना चाहते हैं और किसी नौकरी या पेशे में जाना चाहते हैं, तो आपको भारत से ही ग्रेजुएशन करना चाहिए और उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहिए। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि भारत में केवल उन्हीं स्नातक पाठ्यक्रमों को मान्यता दी जाती है, जिनकी मान्यता विश्वविद्यालय अनुदान आयोग या यूजीसी से होती है।
यदि आप भारत में किसी भी सरकारी सेवा में वापस जाना चाहते हैं या किसी भारतीय विश्वविद्यालय में आगे के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में दाखिला लेना चाहते हैं, तो आपको विदेश से किए गए स्नातक के आधार पर अनुमति नहीं दी जाएगी। अब अगर आपकी योजना भविष्य में विदेश में बसने की है तो आप ग्रेजुएशन के लिए विदेश जा सकते हैं। यहां आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि विदेश में ग्रेजुएशन में दाखिले के लिए आपके पास SAT यानि स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट का स्कोर होना चाहिए, साथ ही अंग्रेजी दक्षता के लिए TOEFL या AILs का स्कोर भी जरूरी है।