रायगढ़ । कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को सशक्त करने और नई तकनीकों के प्रसार में रायगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संचालित निकरा परियोजना ने एक उल्लेखनीय पहल की है। ग्राम नवापारा, विकासखंड खरसिया निवासी सरिता पटेल ने इस परियोजना के माध्यम से न केवल अपने खेत में उत्कृष्ट कार्य किया, बल्कि क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गईं।
सरिता पटेल अपने पति तेजराम पटेल के साथ खेतों में ट्रैक्टर चलाने और सीड ड्रिल मशीन से गेहूं की कतारबोनी कर यह दिखाया कि महिलाएं भी कृषि के हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं। उनके इस कार्य के लिए जिले के किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों ने महिला सशक्तिकरण के रूप में सराहना की। कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ द्वारा निकरा परियोजना के तहत गेहूं और सरसों की कतारबोनी के लिए सीड ड्रिल मशीन का उपयोग प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस तकनीक से न केवल समय और श्रम की बचत होती है, बल्कि उत्पादन में भी वृद्धि होती है। केंद्र द्वारा स्थापित कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसानों को सीड ड्रिल मशीन उपलब्ध कराई जाती है। निकरा परियोजना के अंतर्गत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, फसल उत्पादन, पशुपालन और संस्थागत कार्यक्रमों के चार प्रमुख घटकों पर कार्य किया जा रहा है। परियोजना के प्रमुख अनुदेशक डॉ.बी.एस.राजपूत, सहायक अनुदेशक डॉ.के.डी.महंत और वरिष्ठ अनुसंधान सहायक डॉ.मनोज कुमार साहू के मार्गदर्शन में किसानों को तकनीकी जानकारी और कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। निकरा परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों ने कहा कि इस तकनीक से फसल प्रबंधन में न केवल सुधार हुआ है, बल्कि क्षेत्र के किसानों को नई तकनीकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया है। यह परियोजना क्षेत्र में कृषि उत्पादकता बढ़ाने और ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई उम्मीद लेकर आई है।