PUBLISHED BY : Vanshika Pandey
सावन में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ होती है. उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग वैसे तो साल भर भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन सावन के महीने में इस मंदिर का विशेष महत्व है। महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। अगर आप सावन के महीने में महाकाल मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं तो यहां हम आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी दे रहे हैं।
सावन में उज्जैन महाकाल के दर्शन
उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में सावन के दिनों में अधिक भीड़ होती है, हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह देश के सात मोक्ष स्थानों में भी शामिल है। सावन के सोमवार के दिन भगवान महाकाल के दर्शन करना शुभ माना जाता है। सावन के महीने में सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ रहती है इसलिए पूरी जानकारी प्राप्त कर ही आगे बढ़ें ताकि आगे आपको कोई परेशानी न हो। मंदिर में महाकाल के दर्शन के लिए किसी बुकिंग की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अगर आप भस्म आरती में जाना चाहते हैं, तो आपको पहले उसके लिए बुकिंग करानी होगी।
भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग करें
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना सबसे अच्छा है क्योंकि यह आपको भस्म आरती में उपस्थित होने की सीधी अनुमति देता है। यह बुकिंग आप मंदिर की वेबसाइट से करवा सकते हैं, इसके अलावा भस्म आरती की ऑफलाइन बुकिंग भी होती है जो मंदिर स्थित टिकट काउंटर से की जाती है लेकिन यहां लाइन बहुत लंबी है और अंदर जाने की अनुमति सीमित लोगों को ही मिलती है। अपना आईडी प्रूफ अपने साथ जरूर रखें।
भस्म आरती का समय
महाकाल मंदिर में भस्म आरती सुबह 4 से 5 बजे तक होती है लेकिन भक्तों को दोपहर 1 बजे से कतार में लगना पड़ता है। भस्म आरती में ऑनलाइन या ऑफलाइन प्राप्त अनुमति का प्रिंट आउट अपने साथ रखें। भस्म आरती से पहले शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता है, जिसके बाद सभी को एक बड़े हॉल में ले जाया जाता है जहां से भस्म आरती दिखाई देती है। भस्म आरती के लिए कोई ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन जलाभिषेक करने वालों के लिए एक विशेष ड्रेस कोड है, जिसे ध्यान में रखा जाना चाहिए। महिलाएं सिर्फ साड़ी में जा सकती हैं और पुरुषों के शरीर पर सिर्फ धोती है। धोती मंदिर के बाहर किराए पर भी उपलब्ध है।
सावन में उज्जैन का मौसम
सावन के महीने में उज्जैन का मौसम अनुकूल रहता है, तापमान 30 डिग्री के आसपास रहता है। आप अपने कपड़ों को मौसम के हिसाब से कैरी करें।
कैसे पहुंचा जाये
महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन कैसे पहुंचे यह एक बड़ा सवाल है। उज्जैन तक परिवहन के तीनों साधनों द्वारा पहुँचा जा सकता है।
वायु- उज्जैन में कोई हवाई अड्डा नहीं है। इसका निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में है जो लगभग 58 किलोमीटर है। हवाई अड्डे के बाहर से आप टैक्सी या बस से उज्जैन पहुँच सकते हैं, इसमें लगभग 1-1.15 घंटे लगते हैं।
रेल – उज्जैन देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों से रेल द्वारा जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से उज्जैन तक सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध है।