
रायपुर। 500 साल के संघर्ष के बाद सोमवार को अयोध्या में अपने मूल स्थान पर प्रभु रामलला की विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। इससे पूरा देश राममय हो गया है। 25 जनवरी से 25 मार्च तक यानी दो महीने तक रामलला के दरबार अयोध्या में महाभंडारे का आयोजन किया जाएगा। भंडारे के लिए रामसेवकों की टीम को सीएम विष्णुदेव साय वीआईपी रोड स्थित रामजी मंदिर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से दरबार में माता शबरी का प्रसाद बंटेगा। प्रदेश की छह संस्थाएं 60 दिनों तक छत्तीसगढ़ और दूसरे प्रदेशों से आने वाले रामभक्तों को स्वादिष्ट भोजन का वितरण करेंगी। अयोध्या में सरयू नदी और हनुमानगढ़ी के पास छह संस्थाओं का भव्य पंडाल बनकर तैयार हो गया है।
ये छह समितियां देंगी सेवाएं
नीलांचल सेवा समिति बसना (संपत अग्रवाल, अमित अग्रवाल)
पुरुषोत्तम अग्रवाल फाउंडेशन रायपुर (बसंत अग्रवाल)
शिव महापुराण सेवा समिति तिल्दा नेवरा (महेश अग्रवाल, घनश्याम अग्रवाल, रामगोपाल अग्रवाल, एस एन शर्मा, देवेन्द्र अग्रवाल)
एग्रोक्रेट सोसायटी फॉर रूरल डेवलपमेंट रायपुर (धीरेन्द्र मिश्रा, चंद्रकांत चंद्रवंशी)
सनातन सेवा समिति रायपुर (निर्मल द्विवेदी)
काली माता अन्नदान भंडारा समिति और तक्षक इको फॉर्म फोरमदेव (दीपक भारद्वाज, गुड्डू त्रिपाठी, लाल सौर्यजीत सिंह, सुनील जग्गी)