घर के मंदिर में भूलकर भी ना रखना ये 4 चीजें
आकाश मिश्रा ✍️
Astro Tips: हर घर में मंदिर उस घर में सबसे पवित्र और खास जगहों में से एक होता है। मंदिर से ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। घर का मंदिर वह स्थान होता है, जो घर के लोगों के लिए सुख-समृद्धि के द्वार खोलता है, लेकिन कभी-कभी बिना सोचे-समझे हम मंदिर में कुछ ऐसी चीजें रख देते हैं, जिनका वहां होना बिल्कुल भी उचित नहीं है। ये बातें भगवान को नाराज कर सकती हैं। इसका नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। ऐसे में मंदिर में क्या रखना चाहिए और क्या नहीं? हमें इसका ख्याल रखना चाहिए। आज भोपाल के ज्योतिषी और पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं कि घर के मंदिर में क्या नहीं रखना चाहिए।
- मूर्तियों की देखभाल करें
आपने कई लोगों के घर में मंदिर में रखी भगवान की एक से बढ़कर एक मूर्ति देखी होगी, लेकिन इसे धार्मिक शास्त्रों में गलत माना गया है। ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में भगवान की एक से अधिक मूर्ति रखना शुभ नहीं होता है, इसलिए जिस भगवान की आप पूजा और पूजा करते हैं, वह घर के मंदिर में एक से अधिक मूर्ति या उसकी तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। - असभ्य रूप की तस्वीर न लगाएं
घर के मंदिर में सौम्य मुद्रा में भगवान भोलेनाथ की तस्वीर या मूर्ति रखनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मंदिर में भगवान के उग्र रूप की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी तस्वीर में किसी देवी या देवता को गुस्से में देखा जाए तो यह घर में कलह का कारण बन सकता है। इसके अलावा नटराज के रूप में भगवान हनुमान और भोलेनाथ की तस्वीरें भी घर में नहीं रखनी चाहिए।
-टूटी हुई मूर्ति या चित्र न रखें
अगर किसी के घर में भगवान की टूटी हुई मूर्ति रखी हो तो उसे तुरंत विसर्जित कर देना चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मंदिर या घर के अंदर भगवान की कोई भी टूटी-फूटी या टूटी हुई मूर्ति नहीं होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि टूटी हुई या टूटी हुई मूर्ति घर के लिए अशुभ होती है। टूटी हुई मूर्ति की पूजा करने से नकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
- पूर्वजों की तस्वीरें
वैसे तो हिंदू धर्म में घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर लगाना मना है, लेकिन कई बार ऐसा देखा गया है कि कई लोग भगवान के मंदिर में अपने पूर्वजों की तस्वीर भी लगाते हैं। ऐसा करना हानिकारक हो सकता है। भगवान के मंदिर में पितरों की तस्वीर लगाने से घर की सुख-समृद्धि में बाधा आती है।