मामला जल संसाधन विभाग के गोबरा नवापारा डायफ्रॉम वाल का( पढ़िए बुलंद छत्तीसगढ़ के आने वाले अंकों में) बुलंद छत्तीसगढ़ की लिखित शिकायत के बाद भी ऐसा लगता है शायद उच्च अधिकारियों के द्वारा छोटे अधिकारियों से भ्रष्टाचार करवाने की खुली छूट दे दी गई है,इस जगह का मुआयना करने के बाद ऐसा लगता है जैसे स्वयं अधिकारी ठेकेदार से सौदा बाजी कर स्वयं ही ठेकेदारी करने तो नहीं लग गए हैं इसीलिए तो विभाग के द्वारा ठेकेदार से एग्रीमेंट करने के बावजूद निर्धारित किए गए कंपनी के लोहा की जगह लोकल कंपनी का लोहा लगाया जा रहा है जो कि वजन में काफी कम है और जो जाली बनाई जा रही है डायाफ्राम वाल में डालने के लिए उसमें भी काफी गैप के साथ ही साथ कम वजन है अधिकारियों की गैर जिम्मेदारी भरी लापरवाही और कार्यवाही ना करने से व्यथित और चिंतित होकर बुलंद छत्तीसगढ़ अब जल्द ही कोर्ट के दरवाजे को खटखटाने के लिए बाध्य एवं मजबूर होगा