Vishv Hindi Divas 2024 : जानिये हिंदी दिवस मानने का इतिहास
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है
published by : kavita yadav
विश्व हिंदी दिवस 2024 :
भारत में कई भाषाएँ बोली जाती है। जिनमे से एक हिंदी भाषा भी है। लोग इस दिन महान हिंदी साहित्यिक कार्यो का साम्मान करते है। केंद्र की सरकार ने आधिकारिक तौर पर हिंदी को एक भासा के रूप में मान्यता दी गई। इस दिन हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस 2024 का इतिहास :
10 जनवरी, 1975 को, नागपुर के महाराष्ट्र ने पहले विश्व हिंदी दिवस सम्मेलन की मेजबानी की। सम्मेलन में 30 देशों ने भाग लिया। और 2006 में, डॉ मनमोहन सिंह, एक पूर्व प्रधान मंत्री ने घोषणा की, कि हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जायेगा। विश्व हिंदी दिवस पहली बार 2006 में मनाया था। हिंदी के प्रति जूनून को प्रेरित करने और वैश्विक भाषा के रूप में हिंदी के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर देता है।
14 सितम्बर को, भारत में राष्ट्रीय हिंदी दिवस भी मनाया गया। जबकि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। 260 मिलियन के मुताबिक अधिक देसी वक्ताओं के साथ हिंदी दुनिया की चौथी सबसे सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली पहली भाषा है। भारत के राष्ट्रपति विश्व हिंदी दिवस 2024 के अवशर पर हिंदी भाषा में योगदान देने वाले सभी लोगो को सम्मानित करते है। हिंदी दिवस मानाने के लिए समर्पित एक पूरा सप्ताह, जिसे हिंदी पखवाड़ा कहा जाता है। इस दिन कई कार्यक्रमों की योजना बनाई गई। राष्ट्रपति हिंदी दिवस के किसी भी छेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले सभी लोगो को सम्मानित करते है।
भारत में विश्व हिंदी दिवस 2024 :
फारसी शब्द ‘हिंद’, जिसका अर्थ है ‘सिंधु नदी की भूमि’, जहा हिंदी का नाम मिलता है। 1881 में अपनी अधिकारिक राज्य भाषा के रूप में हिंदी की जगह लेने पर बिहार भाषा को औपचारिक रूप में अपनाने वाला पहला भारतीय राज्य था। 2006 में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था। 26 जनवरी, 1950 को सविधान के अनुछेद 343 के तहत हिंदी को एक आधिकारिक भाषा घोसित किया गया। देश के पहले प्रधानमंत्री जव्हार लाल नेहरू जी ने 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मानने का फैसला किया। अंतरराष्ट्रीय। स्तर पर हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2006 में विश्व हिंदी दिवस की स्थापन की।