घोघरा और लाटा एनीकट में भ्रष्टाचार की हुई तैयारी….
छत्तीसगढ़ में पिछले दो दशक से जल संसाधन (सिंचाई) विभाग में एक ही भस्मासुर रूपी ठेकेदार सुनील अग्रवाल का राज चल रहा है.
छत्तीसगढ़ में पिछले दो दशक से जल संसाधन (सिंचाई) विभाग में एक ही भस्मासुर रूपी ठेकेदार सुनील अग्रवाल का राज चल रहा है. ठेकेदार सुनील अग्रवाल के भ्रष्टाचार का आलम यह है बिलासपुर जिले में अरपा भैंसाझार बैराज बनाने का काम 12 साल की समयावधि बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया जा सका है.
अरपा भैंसाझार बैराज बनाने के लिए प्रारंभिक दौर में तकरीबन 606 करोड़ रूपए का बजट आवंटित हुआ था. अब तक 1600 करोड़ रूपए का बजट व्यय किया जा चुका है और किसानों के खेतों में आज तक पानी नहीं पहुंच पाया है. इसी ठेकेदार सुनील अग्रवाल जिसे जल संसाधन विभाग में भस्मासुर रुपी ठेकेदार के रूप में लोग जानते है, को दो नयी परियोजनाओं जिसमें लाटा एनीकट 41 करोड़ का और घोघरा एनीकट 24 करोड़ रूपए का है, का काम आवंटित किया गया है.
इसके दो साल पहले बिलासपुर जिले में ही शिवघाट और पचरी घाट पर बैराज का बनाने का काम भी इसी भस्मासुर रुपी ठेकेदार को दिया गया था जिसमें भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है. जब घोघरा और लाटा एनीकट में भी भस्मासुर रुपी ठेकेदार सुनील अग्रवाल बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने की तैयारी में है.