हिन्दू धर्म में लोग भगवान श्री राम की पूजा करते हैं। वह एक महापुरुष थे जो अपने पिता के वचन को पूरा करने के लिए 14 वर्ष के वनवास में चले गए थे और उनकी माता कौशल्या उन्हें बहुत प्यार करती थीं। वैसे तो लोग भगवान श्रीराम के जीवन के बारे में जानते हैं लेकिन क्या आप उनके नाना के बारे में जानते हैं। शायद ऩही। तो आपको बता दें कि भारत के छत्तीसगढ़ राज्य को भगवान राम की जन्मभूमि माना जाता है, क्योंकि यहीं उनकी माता कौशल्या का जन्म हुआ था।
इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ में रायपुर के पास चंदखुरी में कौशल्या माता का मंदिर भी है। यह भगवान राम की माता को समर्पित अपनी तरह का एकमात्र मंदिर है। माता कौशल्या का मंदिर देश का ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का इकलौता मंदिर है। यहां आप भगवान श्रीराम के बाल रूप के भी दर्शन कर सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको छत्तीसगढ़ में स्थित इस माता कौशल्या मंदिर के बारे में बता रहे हैं-
यह मंदिर अति प्राचीन है
माता कौशल्या मंदिर अति प्राचीन है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में सोमवंशी राजाओं ने करवाया था। मंदिर को कई बार क्षतिग्रस्त और पुनर्निर्मित किया गया था। 1973 में, मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था।
यह मंदिर कई मायनों में खास है। सर्वप्रथम माता कौशल्या का जन्म छत्तीसगढ़ राज्य में हुआ था और भगवान श्रीराम के जीवन का एक लंबा कालखंड यहीं व्यतीत हुआ था। उन्होंने न केवल अपना बचपन इसी राज्य में बिताया, बल्कि अपने निर्वासन के दौरान लगभग 10 साल यहां बिताए।
इसलिए खास है मंदिर
ऐसे में कई जगहों पर भगवान श्रीराम के पदचिह्न (भगवान राम की मृत्यु से जुड़े रोचक तथ्य) देखने को मिलते हैं। वहीं अगर मंदिर की खासियत की बात करें तो इस मंदिर में भगवान श्रीराम को गोद में लिए माता कौशल्या की मूर्ति है। आमतौर पर भगवान कृष्ण के बचपन के दृश्य कई जगहों पर देखने को मिलते हैं, लेकिन भगवान राम के बचपन को दर्शाने वाला यह एकमात्र मंदिर है।