पीयूष गोयल ने क्या कहा PM मोदी के बारे में ?
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देश के गरीब जरूरतमंदों तक 25 लाख करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में पहुंच रहे हैं. इसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है।
Published By- Komal Sen
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पहले की सरकारें गर्व से कहती थीं कि सरकार ऊपर से 100 रुपये भेजती है, लेकिन नीचे तक सिर्फ 15 रुपये रह जाते हैं. लेकिन मोदी सरकार ने वो तस्वीर बदल दी है. जिससे गांवों और देश की भी तस्वीर बदलती नजर आ रही है। क्योंकि अब शत-प्रतिशत तल तक पहुंच गया है और इसके उपयोग पर भी नजर रखी जा रही है। यह बात केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राजघाट पर गांधी स्मृति में डॉ. विष्णु मित्तल की पुस्तक ‘ऐसे थे भारत के गांव’ के विमोचन के मौके पर कही।
गोयल ने कहा कि आज मोदी सरकार में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देश के गरीब जरूरतमंदों के खाते में 25 लाख करोड़ रुपये सीधे पहुंच रहे हैं. इसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। आज, प्रधान मंत्री मोदी न केवल योजनाओं की घोषणा करते हैं, बल्कि उनका 100% कार्यान्वयन सुनिश्चित करते हैं। पीयूष गोयल ने कहा कि आजादी के बाद अगर किसी सरकार ने गांव पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है तो मोदी सरकार ने दिया है. गांव के लिए ज्यादातर योजनाएं मोदी सरकार में बनी हैं और इसका सीधा फायदा आम जनता को मिला है.
गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समस्याओं के समाधान में विश्वास रखते हैं. पीयूष गोयल ने डॉ विष्णु मित्तल द्वारा लिखित पुस्तक ‘ऐसे थे भारत के गांव’ के विमोचन के मौके पर ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि गांव पर लिखी गई डॉ. विष्णु मित्तल की किताब हम जैसे लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है. जिनका जन्म गाँव में हुआ और उन्होंने अपना अधिकांश जीवन शहरों में बिताया।
जाने-माने पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा कि ऐसी किताबें हर उस व्यक्ति को पसंद आती हैं जो अपनी मिट्टी से, अपने गांव से जुड़ा रहना चाहता है. जिसे अपने अतीत पर, अपनी मिट्टी पर गर्व है। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति की आवाज बनेगी जो अपने गांव की विरासत, परंपराओं और जीवन शैली को संरक्षित करना चाहता है। राय ने सुझाव दिया कि देश के हर राज्य के ग्रामीण और पंचायत मंत्रियों को इस किताब को पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आज महात्मा गांधी होते तो उन्हें भी बहुत खुशी होती।