नाग पंचमी कब है? इस दिन नहीं करना ये काम…
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
नाग पंचमी का पर्व सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। नाग पंचमी के दिन महिलाएं नाग देवता की पूजा करती हैं। इस दिन सांपों को दूध चढ़ाया जाता है। महिलाएं इस दिन अपने परिवार के सदस्यों के लिए पूजा करती हैं। सनातन धर्म में नागों का विशेष स्थान है। सर्प देवताओं की पूजा के लिए कुछ दिन बहुत शुभ माने जाते हैं, जिनमें से एक श्रावण मास की पंचमी तिथि है। इस दिन नाग देवता की पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
जानिए नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त
नाग पञ्चमी मंगलवार, अगस्त 2, 2022 को
नाग पञ्चमी पूजा मूहूर्त -सुबह 06 बजकर 05 से 08 बजकर 41 मिनट तक
अवधि – 02 घण्टे 36 मिनट्स
पञ्चमी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 02, 2022 को सुबह 05 बजकर 13 मिनट से शुरू
पञ्चमी तिथि समाप्त – अगस्त 03, 2022 को सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर खत्म
जानिये नाग पञ्चमी पूजा का मन्त्र
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्.
शङ्ख पालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा॥
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्.
सायङ्काले पठेन्नित्यं प्रातःकाल ले विशेषतः.
तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्॥
अर्थ- नौ नाग देवताओं के नाम अनंत, वासुकी, शेष, पद्मनाभ, कंबल, शंखपाल, धृतराष्ट्र, तक्षक और कालिया हैं। यदि हर सुबह इनका नियमित रूप से जाप किया जाए, तो नाग देवता आपको सभी पापों से सुरक्षित रखेंगे और आपको जीवन में विजयी बनाएंगे।
नाग पंचमी के दिन इन बातों का रखें खास ख्याल
ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन व्रत करना चाहिए। इस दिन नाग देवताओं की पूजा करनी चाहिए, उन्हें जल अर्पित करना चाहिए और मंत्रों का जाप करना चाहिए।
नाग पंचमी के दिन सूई के धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए और न ही इस दिन लोहे के बर्तन में खाना बनाना चाहिए।
यदि कुंडली में राहु और केतु भारी हों तो इस दिन नागों की पूजा करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस दिन नाग देवता को दूध चढ़ाते समय पीतल के गोले का प्रयोग करना चाहिए।
नागपंचमी के दिन जहां सांपों का बिल हो वहां जमीन बिल्कुल नहीं खोदनी चाहिए। ना ही इस दिन सांपों का वध करना चाहिए। कहीं सांप दिखे तो उसे जाने दें।