भूपेश और सौम्या का चहेता , चरित्रहीन ठेकेदार कानून से है खेलता
कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार का तांडव मचाने वाला भस्मासुर रुपी ठेकेदार का अब भाजपा में भी जलवा बरकरार
रायपुर | पत्रकारों पर झूठे मुकदमों की दास्ताँ नई नहीं है … देश का चौथा स्तम्भ कहलाने वाला मीडिया आज लाचार है .. पत्रकार डरे सहमे है कि सताधीशों अधिकारियों या सत्ता द्वारा पोषित माफियाओं के खिलाफ कलम चलाए या ना चलाए.. ऐसे ही एक भ्रष्टाचारी माफिया सुनील अग्रवाल जो सरकारी खजाने को वर्षो से लुटता आ रहा ने बुलंद छत्तीसगढ़ के संपादक मनोज पाण्डेय पर एस टी एससी का झूठा मुकदमा दर्ज करवा कर अपने पावर का जलवा दिखाने का प्रयास किया है …
सवाल उठता है की पत्रकार क्या लिखें ? किस पर लिखें ? बुलंद छत्तीसगढ़ के संपादक मनोज पाण्डेय ने सुनील अग्रवाल द्वारा किये जाने वाले सिंचाई कार्यों में किये जाने वाले घोटालों को उजागर करने का साहस दिखाया जिसका खामियाज़ा उन्हें झूठे मुकदमों से दो- चार होना पड़ रहा है ….
कौन है सुनील अग्रवाल ?
भ्रष्टाचारी सुनील अग्रवाल सिंचाई विभाग के शिवघाट – पचरीघाट , अरपा – भैसाझार में करोड़ों का घोटाला कर भी सत्यवान बना बैठा है बैराजों में होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले संपादक मनोज पाण्डेय को अपराधी घोषित करने का प्रयास जारी है … आखिर ऐसे मामलों में खुद सरकार ईमानदारी की जांच क्यों नहीं करवाती ? यह प्रश्न है ..
कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचारी ने किया करोड़ों का कार्य
कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचारी ठेकेदार सुनील अग्रवाल ने सिंचाई विभाग में करोड़ों का कार्य किया … चूँकि बैराजों का निर्माण जनहित से जुड़ा होता है … गुणवत्ता विहीन मटेरियल लगने की शिकायत पर बुलंद छत्तीसगढ़ ने साहस दिखाते हुए समय -समय पर बैराज / एनीकट निर्माण स्थानों का अवलोकन किया तो उन शिकायतों को सही पाया .. चूँकि शासन कांग्रेस का था , मुख्यमंत्री भूपेश बघेल थे .. और सुपर CM कहे जाने वाली सौम्या चौरसिया का वरद हस्त था .. माफिया कहे जाने वाले सुनील अग्रवाल के हौसले बुलंद थे … उसे नागवार गुजरा की कोई पत्रकार उनके द्वारा निर्माणाधीन स्थल पर आकर उनके द्वारा किये जाने वाले भ्रष्टाचार को उजागर करे ..
कर्मचारी द्वारा पत्रकार पर ब्लैक मेलिंग एवं एस टी एससी की झूठी FIR
भ्रष्टाचारी ठेकेदार सुनील अग्रवाल ने सर्वप्रथम अपने कर्मचारी द्वारा बुलंद छत्तीसगढ़ के संपादक मनोज पाण्डेय के खिलाफ ब्लैक मेलिंग एवं एस टी एससी का झूठा FIR करवाया … उसकी परवाह ना करते हुए बुलंद छत्तीसगढ़ की धारदार कलम ने माफिया ठेकेदार सुनील अग्रवाल के द्वारा किये जाने वाले भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जंग जारी रखी …
सुनील अग्रवाल द्वारा झूठी रिपोर्ट लिखाने का मामला कोई नया नहीं है …इसके पूर्व भी शिवघाट – पचरीघाट बैराज घोटाले को उजागर करने के बाद भ्रष्टाचारी घोटालेबाज सुनील अग्रवाल ने अपने कर्मचारी अभिषेक नागलिया द्वारा 20 मई 2021 को सरकंडा थाने में बुलंद छत्तीसगढ़ के संपादक मनोज पाण्डेय के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी किन्तु प्रियंका पटेल मामला उजागर होने के डर से 5 जून 2021 को उक्त रिपोर्ट वापिस भी ले ली गई … बुलंद छत्तीसगढ़ समाचार पत्र सरकार को आर्थिक चपत लगाने वालो के खिलाफ सरकार के साथ हमेशा खड़ा है जिसके खजाने में आमजनों के खून पसीना का पाई लगा है बावजूद भ्रष्टाचारी सुनील अग्रवाल को यह बात समझ क्यों नहीं आ रही है ..समझ से परे है…
दरअसल अरपा – भैसाझार में सन 2013 में 25000 हेक्टेयर में होने वाले सिंचाई कार्य का अनुबंध सरकार और सुनील अग्रवाल पिता राधेश्याम अग्रवाल के बिच हुआ .. जिसमे करीब 324 करोड़ का कार्य किया जाना था .. अरपा – भैसाझार परियोजनाओं का कार्य 2024 तक भी पूर्ण नहीं हो पाया किन्तु सुनील अग्रवाल ने सिंचाई विभाग से अब तक 319 करोड़ का भुगतान प्राप्त कर लिया .. सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों ने सुनील अग्रवाल से 25000 हेक्टेयर में होने वाले सिंचाई कार्य का ग्रामवार – खसरावार का ब्योरा मांगा तो माफिया भ्रष्टाचारी ठेकेदार सुनील अग्रवाल के होश उड़ गए … क्योंकि 25000 हेक्टेयर में नहर लायनिंग का कार्य हुआ ही नही …. जब नहर बनी ही नहीं तो सिंचाई होने का सवाल ही नहीं उठता …
नहर बनी नहीं .. सिंचाई हुई नहीं .. जवाब क्या दें ?
उधर जनप्रतिनिधि कहे जाने वाले विधायक और विभागीय मंत्री ने भी सुनील अग्रवाल द्वारा किये जाने वाले कार्यों की जानकारी मांगी है … और उधर सिंचाई विभाग के अधिकारी परेशान है कि भ्रष्टाचारी सुनील अग्रवाल के धन प्रभाव में आकर 324 करोड़ में से 319 करोड़ का भुगतान तो कर दिया गया … नहर बनी नहीं .. सिंचाई हुई नहीं .. जवाब क्या दें ?
भाजपा शासन का चलेगा चाबुक या सुनील अग्रवाल का रहेगा जलवा बरकरार ?
अब देखना यह है की कांग्रेस शासन में हुए घोटालेबाज सुनील अग्रवाल द्वारा किये जाने वाले कार्यों पर भाजपा शासन का चाबुक चलता है या सुनील अग्रवाल का जलवा अब भी बरकरार रहता है ?
तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट शिवघाट – पचरीघाट के लगभग 40 – 40 करोड़ में होने वाले घोटाले की कहानी अपनी दास्ताँ खुद की जुबानी बता रही है जिसमे कटआफ वाल की जगह डायफ्राम वाल का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचारी सुनील अग्रवाल ने करोड़ों का चुना शासन को लगा डाला … जिसमे सप्लीमेंट्री बिल की भूमिका महत्तवपूर्ण है … इसी कड़ी में बिलासपुर जिले के घोघरा एनीकट एवं बलौदाबाजार जिले में लाटा एनीकट अपनी अलग ही कहानी बता रहे है …
आखिर कौन है रीवा निवासी प्रियंका पटेल ?
रीवा निवासी प्रियंका पटेल आखिर कौन है ? उसके भ्रष्टाचारी ठेकेदार सुनील अग्रवाल से क्या सम्बन्ध है ? पीड़िता ने रो – रोकर आपबीती क्यों बताई ? भ्रष्टाचारी ठेकेदार ने प्रियंका पटेल से ऐसी क्या ज्यादती की ? विस्तार पूर्वक पढ़े बुलंद छत्तीसगढ़ के अगले अंक में ….