रायपुर । पुलिस परिवार के तीन बेटों की जितनी भी प्रशंसा की जाये कम है। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने मानव धर्म को ही सर्वोपरी माना देश में जब कोरोना महामारी आई, तब लोग बेबस और मेल जोल करने में कतरा रहे थे। ठीक इसी समय पुलिस परिवार के सदस्यों ने नर सेवा नारायण सेवा को ही अपना धर्म माना और प्रण लिया की जान भी चले जाये कर्म पथ पर अडिग रहेंगे। किसी भी गरीब जरूरतमंद, और मूक जानवरों को इस काल में कमी नही होने देंगे। उन्होंने 25 मार्च से लेकर 12 नवम्बर 2020 तक 7 लाख से ऊपर गरीब और जरूरतमंद की पूरी तत्परता से मदद की। पुलिस परिवार के बेटे परमवीर, परमजीत को हर संभव मदद की। इसी दौरान पुलिस परिवार को छोटा सुपुत्र छत्तीसगढ़ का पहला बच्चा था जिसने 10 साल पुराने गुल्लक को तोड़कर ग्यारह हजार सात सौ रूपये दान किये। अपने परिवार की परंपरा को बरकरार रखा। इसकी खबर दिल्ली में छपने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन्हे सम्मानित भी किया था।