अंधविश्वास के चक्कर में दी दो महिलाओ की बलि…
कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि हमें संदेह है कि दोनों महिलाओं की हत्या मानव बलि की रस्मों के तहत की गई.

( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
केरल के पथनमथिट्टा जिले के एलंथूर गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक डॉक्टर दंपत्ति ने अंधविश्वास के चलते दो मासूम महिलाओं की बलि दे दी. दोनों महिलाओं के जून और सितंबर में लापता होने की सूचना मिली थी। पुलिस को उनके लापता मामलों की जांच के तहत ‘मानव बलि’ के बारे में पता चला।
इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि हमें संदेह है कि दोनों महिलाओं की हत्या मानव बलि की रस्मों के तहत की गई. हमें महिलाओं के शवों को बाहर निकालना है। महिलाओं का सिर काट दिया गया और उनके शरीर को पठानमथिट्टा के एलांथुर में दफनाया गया। फिलहाल सिर्फ एक महिला का शव मिला है।
अंधविश्वास की वजह से चढ़ा दी बलि
इस मामले में तिरुवल्ला के मूल निवासी डॉ भागवत, उनकी पत्नी लीला और पेरुंबवूर के मूल निवासी मानव तस्कर शिहाब को मानव बलि के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बलि के पीछे का कारण अंधविश्वास बताया जाता है, जो कहता है कि अगर कोई डॉक्टर दंपत्ति दो महिलाओं की बलि चढ़ाता है, तो आने वाले समय में बहुत पैसा आएगा। धन-धान्य में वृद्धि होगी।
डॉक्टर कपल के लिए चढ़वाई गई महिलाओं की बलि
बताया जा रहा है कि कुछ तस्कर डॉक्टर दंपत्ति का ब्रेनवॉश कर मोटी रकम वसूल करना चाहते थे। तस्कर ने फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए डॉक्टर दंपति का ब्रेनवॉश किया। उसने डॉक्टर को आश्वासन दिया कि अगर उसने यह बलिदान दिया, तो उसे जीवन में बहुत लाभ और धन मिलेगा। इसके बाद एक महिला को कलाडी से तिरुवल्ला ले जाया गया। इसके बाद महिला की गला रेत कर हत्या कर दी गई। वहीं 27 सितंबर को पोन्नरुन्नी निवासी एक अन्य महिला को कदवंतारा से तिरुवल्ला ले जाया गया. पुलिस इस महिला के मोबाइल टावर लोकेशन की जांच के बाद तिरुवल्ला पहुंची थी।