राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य स्तरीय शिविर : युवाओं में राष्ट्र सेवा की अलख

राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य स्तरीय शिविर का भव्य आयोजन
अंबिकापुर: राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) का राज्यश्री शिविर का आयोजन अंबिकापुर शहर के शासकीय अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय, केशवपुर में किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय तथा छत्तीसगढ़ शासन के उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित किया गया। शिविर की संगठन व्यवस्था संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय एवं सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय द्वारा की गई।
शिविर के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्री विश्व विजय सिंह तोमर (अध्यक्ष, युवा आयोग, छत्तीसगढ़ सरकार) रहे, जबकि अध्यक्षता प्रो. पी. सिंह (कुलपति, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय) ने की। इस अवसर पर डॉ. अनीता बाजपेयी (राज्य एनएसएस अधिकारी, उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन), डॉ. शारदा प्रसाद त्रिपाठी (कुलसचिव, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय), डॉ. एस.एन. पांडे (वरिष्ठ शिक्षाविद्) सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी एवं स्वामी विवेकानंद के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. अनीता बाजपेयी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की एवं स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों, सामाजिक दायित्वों एवं व्यक्तित्व विकास में इसकी भूमिका के बारे में संबोधित किया।
मुख्य अतिथि श्री विश्व विजय सिंह तोमर ने अपने उद्बोधन में कहा कि एनएसएस शिविर केवल सेवा का मंच नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का सशक्त माध्यम है। उन्होंने स्वयंसेवकों से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने और देशहित में कार्य करने का आह्वान किया। कुलपति प्रो. पी. सिंह ने स्वयंसेवकों को राष्ट्र के प्रति चिंतनशील बनने की प्रेरणा दी और शिविर को उनके शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

इस सात दिवसीय राज्यश्री शिविर में छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुल 240 स्वयंसेवक एवं 30 कार्यक्रम अधिकारी शामिल हुए। इन विश्वविद्यालयों में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय, बस्तर विश्वविद्यालय एवं संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
शिविर के दौरान स्वयंसेवकों ने सामाजिक कार्यों, व्यक्तित्व विकास गतिविधियों एवं विविध प्रशिक्षण सत्रों में भाग लिया। शिविर की विशेषता सामाजिक उत्तरदायित्व, नेतृत्व क्षमता विकास एवं राष्ट्र सेवा के प्रति प्रतिबद्धता रही।

कार्यक्रम में अतिथियों का गमछा, श्रीफल एवं पौधा भेंट कर स्वागत किया गया तथा सम्मानस्वरूप स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। शिविर का उद्देश्य युवाओं में सेवा, समर्पण एवं राष्ट्रीय चेतना की भावना को प्रबल करना है।