रायपुर । राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में तीन माह पहले फिरौती के लिए कंस्ट्रक्शन कारोबारी पर शूटआउट के मास्टर माइंड और झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू और उसके दो गुर्गे विक्रम सिंह और आकाश राय उर्फ मोनू के खिलाफ कोर्ट ने प्रोटेक्शन वारंट जारी किया है। तीनों अभी गिरडीह जेल में बंद हैं। कोर्ट ने आरोपियों को 14 अक्टूबर को कोर्ट में पेश करने आदेश जारी किया है।
पुलिस प्रोटेक्शन वारंट में लेकर शूट आउट मामले में अमन साहू और उसके गुर्गों से पूछताछ करेगी। उनको रायपुर लाने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि अमन साहू को प्रोटेक्शन वारंट में रायपुर लाने स्थानीय पुलिस कोर्ट से पांच से छह बार प्रोटेक्शन हासिल कर चुकी है, लेकिन अब तक अमन को रायपुर नहीं लाया जा सका है।
अमन के खिलाफ झारखंड में दर्जनों मामले दर्ज हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन झारखंड के अलग-अलग कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई होती है। इसके साथ ही वह हार्डकोर अपराधी है। इस लिहाज से गिरिडीह जेल प्रशासन अमन की पेशी और सुरक्षा का हवाला देकर अमन को प्रोटेक्शन वारंट में भेजने से बचती है।
वर्चुअल पूछताछ करना चाहता है जेल प्रशासन
गिरिडीह जेल प्रशासन अमन साहू को प्रोटेक्शन वारंट में देने की बजाय वर्चुअल पूछताछ करने कह रही है। इधर रायपुर पुलिस का कहना है कि शूट आउट मामले में अमन साहू और उसके गुर्गों से वर्चुअल पूछताछ संभव नहीं है। इसके लिए उनसे मैनुअल पूछताछ करना जरूरी है।