हरियाली,कजरी और हरतालिका तीज में क्या है फर्क?
( PUBLISHED BY – SEEEMA UPADHYAY )
तीज का त्यौहार 2022 – हिंदू धर्म में साल भर मनाए जाने वाले व्रत पर्व में तीन तीज का विशेष महत्व है। तीज का त्योहार शादीशुदा महिलाओं के लिए बेहद खास त्योहार होता है। तीज का त्योहार साल में तीन बार मनाया जाता है। जिसमें हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज मनाई जाती है। तीज का त्योहार विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति सहित परिवार के सभी सदस्यों के लिए सुख, समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है। तीज त्योहार के दौरान, महिलाएं सख्त उपवास करके भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं।
हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज में कई समानताएं हैं लेकिन कुछ अंतर भी हैं, आइए जानते हैं इन तीन तीज त्योहारों का महत्व और अंतर।
हरियाली तीज 2022 (Hariyali Teej 2022) –
हिन्दू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। हरियाली तीज को श्रावणी तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस साल हरियाली तीज 31 जुलाई को मनाई जाएगी। हरियाली तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। हरियाली तीज पर दिन भर व्रत रखने वाली महिलाओं द्वारा भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरियाली तीज के दिन भगवान शिव ने देवी पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। हरियाली तीज पर, विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य और सुख और समृद्धि की कामना के साथ देवी पार्वती के साथ भगवान शिव की पूजा करती हैं। हरियाली तीज से एक दिन पहले नवविवाहिता के ससुराल पक्ष से कपड़े, आभूषण, श्रृंगार का सामान, मेहंदी और मिठाई भेजी जाती है। हरियाली तीज पर धरती पर हरी चादर बिछी होती है।
कजरी तीज 2022 (Kajri Teej)–
हिन्दू पंचांग के अनुसार कजरी तीज का पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इसे कजली तीज, बूढ़ी तीज और सतूरी तीज के नाम से भी जाना जाता है। कजरी तीज का त्योहार मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में मनाया जाता है। शादीशुदा महिलाओं के लिए भी कजरी तीज खास होती है। यह व्रत विवाहित महिलाएं वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि के लिए करती हैं। कजरी तीज पर विवाहित महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस साल कजरी तीज का पर्व 14 अगस्त को मनाया जाएगा।
हरितालिका तीज (Hartalika Teej 2022)-
इस बार हरितालिका तीज 30 अगस्त को मनाई जाएगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज के नाम से जाना जाता है। इसे उत्तर और मध्य भारत में तीजा के नाम से भी जाना जाता है। विवाहित महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य की कामना के लिए यह व्रत रखती हैं और अविवाहित लड़कियां भी अच्छे पति की कामना के लिए यह व्रत रखती हैं। शिव पुराण के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए यह व्रत रखा था। इसलिए इस व्रत का महत्व और भी बढ़ जाता है। तब भगवान शिव ने पार्वती की तपस्या और पूजा से प्रसन्न होकर माता पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। हरतालिका तीज में महिलाएं बिना पानी पिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और व्रत के अगले दिन जल ग्रहण करती हैं।