बिलाईगढ़ । ग्राम पंचायत दुरूमगढ़ के आश्रित ग्राम नकटीडीह के ग्रामीण आवासीय क्षेत्र में खुली पोल्ट्रीफार्म की दुर्गंध व उनसे फैलने वाली महामारी व बीमारी से परेशान है। परेशानी के चलते ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी बिलाईगढ़ सहित जिला कलेक्टर से इनकी शिकायत की है और गुहार लगाई है कि नियमानुसार पोल्ट्रीफार्म को रिहायसी ईलाका से हटाकर किसी अन्यत्र स्थान पर खोलवाया जाए। किंतु अब तक अधिकारियों ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया है।
शिकायतकर्ता रामकिशन साहू व पोल्ट्रीफार्म के आसपास में रह रहे रहवासियों की मानें तो पोल्ट्रीफार्म संचालक पिछले कई वर्षों से गाँव के रिहायशी ईलाका में पोल्ट्रीफार्म संचालन कर रहें हैं। पोल्ट्रीफार्म से आने वाली बदबू से सभी परेशान हैं। बरसात हो या गर्मी, सभी मौसम में उन्हें बदबू का सामना करना पड़ता हैं। सड़क में आने-जाने वाले भी बदबू के वजह से परेशान हो रहे हैं। अब आसपास में रहना भी मुश्किल हो गया है। साथ ही कई प्रकार की बीमारी और महामारी फैलने के भी डर सता रहा है। वर्तमान में पोल्ट्रीफार्म के आसपास कई मकान बने हैं और कई मकान निर्माण हो रहे हैं। लेकिन बदबू के चलते मकान निर्माण का काम अधूरा है। लोग चाहकर भी मकान निर्माण नहीं कर पा रहें हैं।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को इनकी शिकायत करने के बाद भी उसे रिहायशी ईलाका से हटाकर 1 किलोमीटर की दूरी में संचालन करने तक कि भी समझाईश नहीं दी जा रही है, जिससे ग्रामीण ज्यादा परेशान हैं। अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं करने से ग्रामीण अधिकारियों द्वारा सरंक्षण देने के भी आरोप लगा रहें हैं। आगे ग्रामीणों ने यह भी कहा की पोल्ट्रीफार्म खोलने के लिए नियमतः रिहायशी ईलाके से 500 मीटर की दूरी होनी चाहिए और पब्लिक रोड से 200 मीटर की दूरी होनी चाहिए। लेकिन इन नियमों को ताख में रखकर पोल्ट्रीफार्म संचालन मनमानी करते हुए गाँव में ही पोल्ट्रीफार्म संचालन कर रहें हैं। फार्म संचालनकर्ता को मना करने पर उल्टा शिजयतकर्ताओं को ही उल्टा सीधा जवाब के साथ धमकी दी जाती है। ग्रामीण अब पोल्ट्रीफार्म को किसी अन्यत्र स्थान पर संचालन करने की मांग कर रहें हैं। साथ ही इस मामलें में आगे कोई कार्रवाई नहीं होने पर गाँव में महामारी और बीमारी फैलने की स्थिति में उसका जवाबदार स्थानीय जिम्मेदार प्रशासन को ठहरा रहा हैं। ग्रामीण जरूरत पड़ने पर आगे उग्र आंदोलन करने की भी बात कर रही है।
वहीं दूसरी ओर पोल्ट्रीफार्म संचालन कर्ता कर्ज में डूब जाने का हवाला दे रहा है और उस स्थान से वर्तमान में पोल्ट्रीफार्म हटाने से इंकार कर रहा है। वहीं आगे और कुछ वर्षों तक पोल्ट्रीफार्म संचालन करने का भी बात कह रहा है।
ऐसे में अब स्थानीय प्रशासन को इस मामलें में नियमतः कार्रवाई करने की जरूरत हैं तांकि गाँव में फैलने वाली महामारी, बदबू और बीमारियों पर रोक लग सके।