इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के वैज्ञानिकों ने किया फसल प्रदर्शन का निरीक्षण
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बेमेतरा । कृषि तकनीक अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, जबलपुर द्वारा निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के द्वारा रबी फसलों के उन्नत किस्मों एवं फसल उत्पादन की उन्नत कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए बेमेतरा जिला के कृषकों के प्रक्षेत्र में दलहनी एवं तिलहनी फसलों के अंतर्गत मसूर, अलसी एवं सरसों फसल का समूह अग्रिम फसल प्रदर्शन लिया गया है।
बेमेतरा जिला में संचालित उक्त फसल प्रदर्शन के निरीक्षण हेतु निदेशक विस्तार सेवायें, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के द्वारा चार सदस्यीय वैज्ञानिकों के निरीक्षण दल का गठन किया गया था। इस निरीक्षण दल के टीम लीडर व प्रोफेसर डॉ. पी. के. चंद्राकर ने विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ. ए. के. वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राकेश बनवासी एवं वैज्ञानिक डॉ. डी. पी. पटेल तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख तोषण कुमार ठाकुर एवं वैज्ञानिक डॉ. अखिलेश कुमार कुलमित्र के साथ नवागढ़ विकासखंड के ग्राम पंचभैया, आमचो, नांदल एवं विकासखंड बेमेतरा के ग्राम पंडरभट्ठा में कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के तकनीकी मार्गदर्शन में लगाये गये मसूर, सरसों एवं अलसी फसल के समूह अग्रिम फसल प्रदर्शन के हितग्राही किसानों की उपस्थिति में निरीक्षण किया एवं किसानों से उनकी प्रतिक्रिया (फिडबैक) लिया।
किसानों से चर्चा के दौरान निरीक्षण दल के वैज्ञानिकों ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीकी के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया। कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के द्वारा किसानों के प्रक्षेत्र में संचालित समूह अग्रिम पंक्ति फसल प्रदर्शन का उपस्थित किसानों एवं निरीक्षण दल ने सराहना करते हुए आगामी ग्रीष्मकालीन एवं खरीफ फसलों के समूह अग्रिम फसल प्रदर्शन अंतर्गत किसानों की रूचि एवं जलवायु परिवर्तन के फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए उन्नत किस्मों को प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल करने के लिए अपना सुझाव भी दिया।