गरियाबंद । रामोत्सव के थीम पर मनाया जा रहा राजिम कुंभ कल्प मेला में चारों ओर श्रीराम श्रीराम नजर आ रहा है। इसी कड़ी में त्रिवेणी संगम के मध्य में स्थित कुलेश्वर महादेव के समीप रेत से भगवान श्रीराम की आकृति उकेरी गई है।
यह आकृति तामासिवनी निवासी हेमचंद साहू और गौतम साहू ने मात्र चार घंटे की मेहनत से रेत से भव्य एवं दिव्य रामलला की आकृति बनाई है, जो मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है। कई ऐसे भी दर्शनार्थी है जो भी दर्शनार्थी वहां से गुजरते है थोड़ी देर रूककर भगवान राम के इस रूप का एकटक अवलोकन कर रहे है और बड़ी श्रद्धा भाव से अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए पुष्प, रोली, चंदन, चांवल के दाने और सिक्के भेंट स्वरूप चढ़ा रहें है।
कलाकार हेमचंद साहू ने बताया कि वे अपनी इस कला का प्रदर्शन धमतरी, गरियाबंद और रायपुर जिले के अलावा उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी में भी प्रतिवर्ष रेत से भगवान जगन्नाथ को अपनी कलाकृति में उकेरते है। उनके टीम में लगभग 10 सहयोगी है जो इस परंपरा को जीवित रखने के लिए समर्पित होकर रेत से विभिन्न आकृतियां बनाना सीख रहें है। हेमचंद साहू एवं उनकी टीम ने इस कलाकृति के लिए उचित जगह और आर्थिक सहयोग के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं मेला समिति का आभार जताया है।