वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे हैं। वह 22 व 23 फ़रवरी को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रहेंगे। पीएम मोदी लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से बीएलडब्ल्यू पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। प्रधानमंत्री की अगवानी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी।
सरकार की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री 23 फ़रवरी को पूर्वांचल को 14316.07 करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं की सौगात देंगे। इनमें 10972 करोड़ रुपये की 23 योजनाओं का लोकार्पण और 3344.07 करोड़ रुपये की 13 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
पीएम मोदी 23 फरवरी को मुख्य रूप से तीन कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सुबह बीएचयू के स्वतंत्रता भवन के कार्यक्रम में शिरक़त करेंगे। संत शिरोमणि रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धन स्थित मंदिर में जाकर मत्था टेकेंगे। इसके बाद वह बनास काशी संकुल का औद्योगिक क्षेत्र करखियांव में उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी यहां जनसभा को भी म्बोधित करेंगे।
काशी से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से 2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। प्रधानमंत्री अपने वाराणसी दौरे में स्वास्थ्य शिक्षा, परिवहन, जलमार्ग, खेल, धर्म, अध्यात्म आदि क्षेत्रों से जुड़ी योजनाओं और रोजगार परक प्रोजेक्ट का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री 22 फरवरी को रात में वाराणसी आएंगे। वह 23 फरवरी की सुबह स्वतंत्रता भवन में सांसद खेलकूद, सांसद फोटोग्राफी, सांसद ज्ञान और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के विजेताओं से भी संवाद करेंगे। संत शिरोमणि रविदास के जन्मस्थली सीर गोवर्धन स्थित मंदिर में मत्था टेकेंगे और संत निरंजन दास से मुलाक़ात कर लंगर छकेंगे और जनसभा को सम्बोधित करेंगे। वह संत रविदास की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
इसके बाद पीएम मोदी बनास काशी संकुल का औद्योगिक क्षेत्र करखियांव में उद्घाटन करेंगे। अमूल प्लांट बनास डेयरी से पूर्वांचल में लगभग 1 लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। भारत हैवी इलेक्टि्रकल्स लिमिटेड के एडवांस रिसर्च एंड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का भी वह करखियावं इंडस्ट्रियल एरिया में शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री करखियांव में जनसभा भी करेंगे, इसमें दुग्ध समितियों से जुड़े लोग, दुग्ध उत्पादक और किसान समेत लगभग 1 लाख लोगों के शामिल होने का दावा है। इस कार्यक्रम का थीम “पूर्वांचल के विकास में सहकार” का प्रयास है।