भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में स्थापित एकीकृत “पेरीमीटर सीसीटीवी निगरानी प्रणाली” के लिए स्थापित “इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर” का वर्चुअल उद्घाटन केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की महानिदेशक नीना सिंह द्वारा, संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता की उपस्थिति में इस्पात भवन के निदेशक प्रभारी सभागार में किया गया।
इस अवसर पर महानिरीक्षक (मध्य खंड, सीआईएसएफ) संजय प्रकाश, उपमहानिरीक्षक (सीआईएसएफ) प्रतिभा अग्रवाल, संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार, सीआईएसएफ कमांडेंट अभिजीत कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएँ) असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) पी के सरकार, महाप्रबंधक (इन्कॉस) रविशंकर, महाप्रबंधक (इन्कॉस) एम पी सिंह एवं सीआईएसएफ के अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में नीना सिंह ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि मैंने इस तरह की सुरक्षा प्रणाली अब तक एयरपोर्ट में देखा है। सीआईएसएफ तकनीकों के साथ कार्य करने वाली सुरक्षा बल है। इस परियोजना पर बीएसपी सीआईएसएफ इकाई ने जो कार्य किया है, इस पर मुझे बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है। इस परियोजना के कार्यान्वयन से निश्चित ही हमें बहुत लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने इसके लिए इस परियोजना में कार्य कर रही पूरी टीम को बधाई दी।
अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा, वास्तव में इतना विशाल संयंत्र परिसर होने के कारण सभी अनाधिकृत प्रवेश व गतिविधियों को रोकना व्यावहारिक रूप से एक कठिन कार्य है। ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी को शामिल करना शायद सबसे अच्छा तरीका है। प्रौद्योगिकी कुशल कार्य को स्मार्ट तरीके से करना सुनिश्चित करती है जो न केवल हमारे उपकरणों, बल्कि हमारे कर्मियों की सुरक्षा से भी संबंधित है। निश्चित ही सभी संबद्ध विभाग और एजेंसियां, परिधि और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में भी काम करेंगी और समय के साथ इसे और विस्तारित करने के लिए समय-समय पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, प्रौद्योगिकी या ड्रोन का भी उपयोग करके प्रणाली को उन्नत किया जायेगा।
यह “इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर” केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के बीएसपी इकाई हेतु स्थापित किया गया है। इसके कार्यान्वयन से संयंत्र के सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील क्षेत्रों में निरीक्षण और कड़ी निगरानी एक ही स्थान से की जा सकेगी। इससे, संयंत्र की परिधि, शॉप्स, वैगन-प्रवेश द्वारों सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी से सामग्री की चोरी के लिए अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश व अनुचित हस्तक्षेप को रोकने तथा संयंत्र की संपत्ति की रक्षा आदि अनेक लाभ प्राप्त होंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम में उपमहानिरीक्षक प्रतिभा अग्रवाल ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया तथा उपकमांडेंट (सीआईएसएफ) निधि सिंह ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की विस्तृत एवं तकनीकी जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सीआईएसएफ कमांडेंट अभिजीत कुमार द्वारा दिया गया।