कल दोपहर भिलाई के हाउसिंग बोर्ड निवासी ड्राइवर असीम दास उर्फ बप्पा बंगाली को रायपुर के ट्राइटेन होटल की पार्किंग में ईडी ने तब धरदबोचा जब वह कोरबा पासिंग कार क्रमांक सीजी-12 एआर-6300 में कैश लेकर भिलाई आने की तैयारी में था। ईडी को उसकी कार से बैग में रखा कैश लगभग 3 करोड़ होटल की पार्किंग में खड़ी कार से मिला। आरोपी चालक असीम दास उर्फ बप्पा को पकड़ जब ईडी ने उसकी निशानदेही पर होटल के एक कमरे में रखे उसके सामान की तलाशी ली तो वहां लगभग 2 करोड़ का कैश और मिला।
ईडी टीम तत्काल आरोपी को पकड़ कैश समेत दफ्तर लेकर आई और यहां पूछताछ में पता लगा कि आरोपी ने एक अन्य कार के माध्यम से रूपयों भरा बैग अपने 14 वर्षीय बेटे प्रीतम दास के मार्फत भिलाई के हाउसिंग बोर्ड कालोनी स्थित अपने घर कल दोपहर को ही भेजा है। ईडी की एक टीम तत्काल हाउसिंग बोर्ड औद्योगिक क्षेत्र भेजी गई लेकिन तब तक आरोपी ड्राइवर की पत्नी और बेटा घर में ताला लगा निकल भागे थे। बंद कमरे का ताला तोड़ जब ईडी भीतर गई तो जिस बेतरतीब ढंग से रूपये रखे गए थे उससे सहज अनुमान लगता है कि रूपयों के कुछ बैग गायब है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि असीम दास के पास लगभग 10 करोड़ रूपये थे जबकि जब्त केवल 7 करोड़ 36 लाख ही हुआ है। बाकी के लगभग पौने 3 करोड़ रूपया कहां गया, यह जांच का विषय है। रायपुर में जब होटल की पार्किंग में ईडी ने असीम को पकड़ा तो कार में प्लास्टिक के दो झोले में 500 रुपए की गड्डियां मिलीं जो कि 3 करोड़ रुपए था। ईडी की पूछताछ में असीम ने और भी राज उगले हैं। ईडी की एक अन्य टीम जब उसके घर जामुल हाउसिंग बोर्ड ब्लाक 15, क्वार्टर-17 पहुंची तो वहां दीवान पलंग पर गद्दे के नीचे 500 रूपये के नोटों की गड्डियां छिपा कर रखी गई थी जबकि पलंग के नीचे पड़े दो बैग पूरी तरह भरे हुए थे और एक बैग की चैन खुली मिली जिसमें आधा रूपया भरा था। बंद कमरे की छानबीन में भिलाई से ईडी को 2 करोड़ 36 लाख रूपये मिले हैं। असीम दास की पत्नी सुमित्रा दास और बेटा प्रीतम दोनों घर में नहीं मिले जिससे आशंका यह भी है कि वो लोग भी रूपये भरा बैग लेकर निकल गए हैं। जानकारी मिली है कि असीम से पूछताछ के बाद ईडी की टीम आज भी दुर्ग भिलाई के कुछ संभावित ठिकानों पर सुबह से पहुंची हुई है।