सावन का महीना हिंदू पंचांग में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे भगवान शिव के आराधना और पूजा-पाठ के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में शिवभक्त व्रत, पूजा, ध्यान, जाप और भक्ति के माध्यम से भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। इसे सावन का महीना कहा जाता है क्योंकि इस मास में सावन नक्षत्र (Shravan Nakshatra) प्रदर्शित होता है और भगवान शिव को यह बहुत प्रिय होता हैं।
सावन के महीने में शिवभक्त रोजाना शिवलिंग पर जल (गंगाजल) चढ़ाते हैं, बेल पत्र, धातू, फूल और अन्य प्रसाद का अर्चना करते हैं और महिलाएं बर्तन रखकर सावन का व्रत आदि करती हैं। सावन के सोमवार को शिवरात्रि कहा जाता है और इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। शिवरात्रि के दिन भक्त अल्ल नाच, भजन, कीर्तन आदि में भाग लेते हैं और ज्यादातर शिव मंदिरों में भक्तिभाव से शिवलिंग की पूजा करते हैं।
Saawan 2023 : सावन सोमवार व्रत का महत्व
Saawan 2023
सावन महीने के सोमवार का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा, आराधना, जाप और व्रत करने से भक्तों को शिव की कृपा प्राप्त होती है और उन्हें आनंद, समृद्धि, सुख और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सोमवार को शिव का दिन माना जाता है और सावन महीने में इस दिन भगवान शिव के विशेष आराधना और पूजा की जाती है। विशेष रूप से सावन के सोमवार को श्रवण सोमवार (Shravan Somvar) कहा जाता है। इस दिन भक्त जल की विशेष द्रव्य (गंगाजल या धारा जल) के साथ शिवलिंग पर अभिषेक करते हैं और बेल पत्र, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से पूजा करते हैं। इसके अलावा, भगवान शिव के भजन, कीर्तन और मंत्रों का जाप किया जाता है।
सावन सोमवार का व्रत रखने से मान्यता है कि यह भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का सर्वोत्तम तरीका है।
Saawan 2023 : सावन महीने का महत्त्व
Saawan 2023
सावन महीने का महत्व हिंदू धर्म में बहुत उच्च मान्यताओं के साथ जुड़ा हुआ है। यह मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शिव की आराधना, पूजा और व्रत करने से व्यक्ति भगवान शिव की कृपा प्राप्त करता हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त कर सकता हैं। इस महीने में भगवान शिव की पूजा-पाठ के लिए विशेष स्थलों पर भक्तों का आगमन होता हैं और शिव मंदिरों में भक्ति और आराधना की धूम मचत
सावन महीने में शिवरात्रि का विशेष महत्व होता हैं, जब भक्त रात्रि भगवान शिव की पूजा करते हैं और उनकी आराधना में लग जाते हैं। यह रात्रि भगवान शिव की महिमा, शक्ति और दयालुता का प्रतीक हैं। इस दिन भक्त जागरण, भजन-कीर्तन और ध्यान में लगते हैं और शिवलिंग की अभिषेक करते हैं।
Saawan 2023 : अनोखा शिवलिंग
Saawan 2023 : इस बार होंगे 8 सोमवार
पहला सावन सोमवार 10 जुलाई
दूसरा सावन सोमवार 17 जुलाई
तीसरा सावन सोमवार 24 जुलाई
चौथा सावन सोमवार 31 जुलाई
पांचवा सावन सोमवार 7 अगस्त
छटवां सावन सोमवार 14 अगस्त
सातवा सावन सोमवार 21 अगस्त
आठवा सावन सोमवार 28 अगस्त