रायपुर । प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय चिकित्सालयों में शुमार मेकाहारा हॉस्पिटल के परिसर में सफाई, सुरक्षा व अन्य बुनियादी सेवाओं की समीक्षा करने कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा के नेतृत्व में अस्पताल की डीन तृप्ति नागरिया के साथ नगर निगम, पीएचई, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण भ्रमण किया। इस दौरान आउट सोर्सिंग एजेंसी को कहा गया है कि नगर निगम के साथ मिलकर साफ सफाई व्यवस्था व पुलिस के साथ समन्वय कर लोक सुरक्षा के प्रबंध सुदृढ़ किए जाए।
ज्ञात हो कि कलेक्टर डॉ. सिंह ने आज इन विभागों के आला अधिकारियों की बैठक लेकर मेकाहारा में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की। उनके निर्देश पर निगम आयुक्त श्री मिश्रा सहित अधिकारियों के दल ने परिसर का निरीक्षण किया। उपलब्ध स्वच्छता अमले की भी जानकारी ली गई है तथा नगर निगम जोन कमिश्नर आर.के . डोंगरे को निर्देशित किया गया है कि स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या का भौतिक सत्यापन के साथ ही संपूर्ण सफाई कार्यों का रिव्यू करें।
निरीक्षण के दौरान मेकाहारा के पीछे बनीं नाली का निरीक्षण टीम ने किया है एवं जर्जर भवन को तत्काल तोड़ने की कार्यवाही के लिए मेकाहारा प्रबंधन को कहा गया है, जिससे कि नाला निर्माण कार्य तुरंत शुरू किया जा सकें। परिसर के बाहर मुख्य नाले का लेवल चेक भी जोन द्वारा किया जा रहा है, चोक की दशा में नाले की सफाई के लिए अमले लगाए जाएंगे। इसी तरह सीवर सिस्टम कार्य हेतु लोक निर्माण विभाग द्वारा लगभग 12 लाख रुपए का प्राक्कलन तैयार कर डीन, मेकाहारा को प्रेषित किया गया है। स्वीकृति उपरांत लोनिवि द्वारा उक्त कार्य शुरू किया जाएगा।
इसके अंतर्गत नाली निर्माण का कार्य भी प्रस्तावित है, जो कि लोनिवि द्वारा ही निष्पादित किया जाएगा। परिसर के भीतर सीवरेज टैंक भरे होने की जानकारी अस्पताल प्रबंधन द्वारा आज दी गई है, जिसमें से एक टैंक सूखा एवं एक भरा है। चूंकि मैनुअल सफाई संभव नहीं है, अतः मशीन प्रेशर से साफ करने 11 फरवरी को नगर निगम द्वारा वाहन भेजे जाने की जानकारी प्रबंधन को दी गई है।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों व उनके परिजनों के उपयोग हेतु निर्धारित वॉशरूम में भी टाईल्स, नल आदि टूटे पाए गए, हॉस्पिटल प्रबंधन को इसे शीघ्र सुधार कराने हेतु निर्देश दिए गए।
मरीजों की सुविधा हेतु अस्पताल प्रबंधन को ऑनलाइन पंजीयन व्यवस्था एवं मरीजों व उनके परिजनों की सुविधा हेतु संकेतक लगाने के निर्देश दिए गए, जिससे उनको इधर-उधर भटकना न पड़ें। मुख्य मार्ग पर खाद्य सामग्री विक्रेताओं को भी स्वनिधि योजना से जोड़कर उनके लघु व्यवसाय को सुव्यवस्थित करने व कचरा मुक्त रखने की कार्यवाही हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया।