PUBLISHED BY : Vanshika Pandey
बिलासपुर में पिछले 15 साल से सड़कों की अनियमित खुदाई का काम चल रहा है. शहर के विकास के नाम पर 300 करोड़ रुपये की सीवरेज परियोजना के लिए पाइप लाइन बिछाने के नाम पर बिलासपुर खोड़ापुर बन गया है. यह योजना अभी पूरी होनी बाकी थी कि शहर में पेयजल की समस्या के समाधान के नाम पर अमृत मिशन परियोजना के बहाने पाइप लाइन बिछाकर सड़कें खोद दी गयीं। आलम यह है कि हर साल पाइप लाइन और केबल डालने के नाम पर नई सड़कें बनती हैं और फिर खोदी जाती हैं। अब मानसून के आने के साथ ही बारिश शुरू हो गई है। ऐसे में सभी विकास कार्य ठप हो गए हैं। इसके बावजूद सड़कों की खुदाई बंद नहीं हो रही है। शहर की खराब सड़कों को लेकर दायर जनहित याचिका में भी हाईकोर्ट के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है.
शहर की व्यस्ततम सड़क जवाली नाला से शनिचारी की ओर जाने वाले मोड़ पर सीवरेज पाइप लाइन की मरम्मत के नाम पर बारिश में सड़क खोद दी गई। जिससे यह मार्ग दलदली, कीचड़युक्त हो गया है। इस कारण यह सड़क चलने लायक नहीं है। सड़क का यह हाल सीवेज प्रोजेक्ट की ठेका कंपनी सिम्प्लेक्स के अधूरे काम के कारण हुआ है। पाइप लाइन डालने के बाद कंपनी ने मिट्टी तो ढक दी, लेकिन मिट्टी और गिट्टी डालकर समतल नहीं किया।
जूना बिलासपुर व गांधी चौक से पुराने बस स्टैंड में भरा पानी
सीवरेज प्रोजेक्ट फ्लॉप हो गया है, लेकिन उसका अधूरा काम अब भी जारी है। दयालबंद के पास गड्ढा खोदकर उसे समतल कर नई सड़कें बनाई गईं। इसके बाद गांधी चौक में एक गड्ढा खोदा गया और उसे समतल कर दिया गया। सही जगह नहीं होने के कारण जगह-जगह सड़कें धंस रही हैं और गड्ढे बन गए हैं। यही हाल गांधी चौक से लेकर डीपी कॉलेज रोड और पुराना बस स्टैंड तक का भी है.
मोहल्ले के लोगों ने बांधवापारा जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया था
नूतन चौक से बांधवापारा तक सड़क की हालत पिछले एक साल से खराब है। भाजपा पार्षद श्याम साहू व मोहल्ले के लोगों ने भी सड़क निर्माण की मांग को लेकर हंगामा किया था. छह माह पूर्व नगर निगम ने मोहल्ले के लोगों को सड़क बनाने का आश्वासन दिया था. लेकिन, अब बारिश में इस सड़क में गड्ढे हो गए हैं और सड़क नहीं बन पाई है.
हाईकोर्ट के आदेश की भी हुई अवहेलना
शहर की जर्जर सड़कों को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गई है। इस मामले में अभी सुनवाई जारी है. तत्कालीन कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा ने दर्द बयां करते हुए खराब सड़कों की मरम्मत के निर्देश दिए थे. इसके साथ ही वर्तमान मुख्य न्यायाधीश अरूप कुमार गोस्वामी ने भी सड़कों की बदहाली पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने नगर निगम और पीडब्ल्यूडी समेत जिम्मेदार विभाग से शहर की सड़कों की मरम्मत करने को कहा था. उनके आदेश के बाद भी सरकार और प्रशासन ने सड़कों की सुध नहीं ली है.